प्रभु तेरी मेहरबानी का है बोझ इतना /prabhu teri meharbani ka lyrics
प्रभु तेरी मेहरबानी का है बोझ इतना
जिसे मैं उठाने के काबिल नहीं हूँ
मैं आ तो गया हूँ मगर जानता हूँ
तेरे दरपे आने के काबिल नहीं हूँ.....
तेरे दरपे आने के काबिल नहीं हूँ.....
प्रभु जमाने की चाहत ने मुझको रुलाया,
तेरा नाम हरकिज़ जुबांपे न आया,
वफ़ादार तेरा गुनहगार हूँ मैं,
तुम्हें मुँह दिखाने के काबिल नहीं हूँ......
तुम्हें मुँह दिखाने के काबिल नहीं हूँ......
प्रभु ये माना कि दाता है तू है
कुल जहाँ का, मगर झोली आगे फैलाऊँ
मैं कैसे, जो पहले दिया है वही कम नहीं है,
उसी को उठाने के काबिल नहीं हूँ......
उसी को उठाने के काबिल नहीं हूँ......
प्रभु तुमने अदा की मुझे जिंदगानी,
मगर तेरी महिमा नहीं मैंने जानी,
करजदार इतना हूँ तेरी दया का,
कि करजा चुकाने के काबिल नहीं हूँ......
कि करजा चुकाने के काबिल नहीं हूँ......
प्रभु तमन्ना यही है कि सिर को झुका लूँ,
तेरा दर्श एक बार जी भर के पा लूँ,
सिवा आँसु बिंदु के ओ मेरे मालिक,
मैं कुछ भी चढ़ाने के काबिल नहीं हूँ......प्रभु
मैं कुछ भी चढ़ाने के काबिल नहीं हूँ......प्रभु
प्रभु तेरी मेहरबानी का है बोझ इतना /prabhu teri meharbani ka lyrics
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