पूत सपूत जन्यौ यशुदा put saput janyo yashuda lyrics
पूत सपूत जन्यौ यशुदा,
इतनी सुनि कैं वसुधा सब दौरी ।
देवन के आनन्द भयौ,
पुनि धावति गावत मंगल गौरी ।
नन्द कछू इतनों जो दियो,
घनश्याम, कुबेरहु की मति वौरी ।
देखत मोहि लुटाय दियौ,
न बची बछिया, छछिया न पिछौरी ।
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