बजत बधाई धुनि छाई तिहुँ लोकन में bajat badhayi dhuni chhayi lyrics
बजत बधाई धुनि छाई तिहुँ लोकन में,
आँगन महरि के नचत सुर ताल की ।।
सुत कौ जनम सुनि मुनि देवन आनन्द भयौ,
दुंदुभि बाजै पुष्प बरसा रसाल की ।।
फूले सब गोपी गोप, आज आनन्द उमंगन में,
गोपन नवेली सुधि भूलि आज काल की ।।
बृज में बृजचन्द भयौ, यशुदा फरजन्द भयौ,
नन्द के आनन्द भयौ, जय कन्हैया लाल की ।।