F अपनी धुन में रहता हूँ apni dhun me rahta hu lyrics - bhagwat kathanak
अपनी धुन में रहता हूँ apni dhun me rahta hu lyrics

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अपनी धुन में रहता हूँ apni dhun me rahta hu lyrics

अपनी धुन में रहता हूँ apni dhun me rahta hu lyrics

अपनी धुन में रहता हूँ apni dhun me rahta hu lyrics

अपनी धुन में रहता हूँ राधे राधे कहता हूँ।
राधे राधे राधे राधे राधे राधे श्रीराधे।। अपनी धुन.... 

जब से तेरा नाम लिया मेरा जीवन जैसे बदल गया-2 
मारा मारा फिरता था मुझे एक ठिकाना मिल ही गया
अब मस्ती में मैं रहता हूँ राधे राधे..... 

तेरी किरपा से श्रीराधे रसिकन का मोहे संग मिला 2 
ठोकर खाने वाला था गुरुदेव ने आके थाम लिया
अब सन्त शरण में रहता हूँ राधे राधे.... 

ना जाने दुनिया भ के सब पार ही कैसे होते हैं 
जो नहि लेते नाम तेरा वो जाने कैसे जीते हैं।
मैं प्रिया शरण में रहता हूँ राधे राधे.....

एक जोगी खड़ा तेरे द्वार ak jogi khada tere dwar lyrics

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अपनी धुन में रहता हूँ apni dhun me rahta hu lyrics

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