वंशी बजाय गयो श्याम bansi bajay gayi shyam lyrics
वंशी बजाय गयो श्याम मोसे नैना मिलाय के।दिल में समाय गयो श्याम मोसे नैना मिलाय के॥ वंशी........ ।
मथुरा से वृन्दावन आयो-निर्दयी छलिया ने चैन चुरायो।
मेरी निंदिया उडाय गयो श्याम-मोसे नैना मिलाय के॥ वंशी.....
जादू कर गयी उसकी अंखियाँ-रस्ता रोका मेरी पकड़ बहियाँ।
मेरी मटकी गिराय गयो श्याम-मोसे नैना मिलाय के ॥ वंशी...
लूटा मोर मुकुट की छटा ने-उन केशो की इन्द्र घटा ने।
मोपे तीर चलाय गयो श्याम-मोसे नैना मिलाय के॥ वंशी..
श्याम नाम की ओढ़ी चुनरिया, श्याम की चूड़ी श्याम की विंदिया।
रास रचाय गयो श्याम, मोसे नैना मिलाये के ॥वंशी.......
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