जब हंस अकेला उड़ जायेगा। jab hansa akela ud jayega lyrics
जब हंस अकेला उड़ जायेगा।खाली पिंजरा पड़ा रह जायेगा।
टूटेगा सारे खजाने का ताला।
भाई-बहिन और पिता-पुत्र वाला।
तेरे साथ में कोई नहीं जाएगा। जब हंस......
तेरे साथ में कोई नहीं जाएगा। जब हंस......
एक दिन यहाँ से तो जाना पड़ेगा।
पापों का बोझा उठाना पड़ेगा।
फिर सिर धुनि-धुनि पछताएगा। जब हंस...... ॥
फिर सिर धुनि-धुनि पछताएगा। जब हंस...... ॥
यमराज से जब मुलाकात होगी।
मालुम तुझे तेरी औकात होगी।
फिर नैनों से नीर ही बहाएगा। जब हंस...... ॥
फिर नैनों से नीर ही बहाएगा। जब हंस...... ॥
आओ मिलकर करें हरि-चर्चा ।
सीतारामजी की करले तू अर्चा।
वो ही नईया को पार लगाएगा। जब हंस...... ॥
वो ही नईया को पार लगाएगा। जब हंस...... ॥
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