तू एक बार आजा, गिरिराज की शरण में tu ak bar aaja lyrics
तू एक बार आजा, गिरिराज की शरण में।
तू रंक हो या राजा, गिरिराज की शरण में ।
परिकम्मा एक लगजा, गिरिराज की शरण में ।
सुख-दु:ख हैं बड़े झेले, गिरिराज की शरण में ।
वृजरज के खाये डेले, गिरिराज की शरण में ।
देवों के देव खेले, गिरिराज की शरण में ।
वंशी की तान सुन ले, गिरिराज की शरण में॥
जीवन को सफल करले, गिरिराज की शरण में ।
गागर सुयश की भर ले, गिरिराज की शरण में ।
संतों का संग कर ले, गिरिराज की शरण में ।
उत्सव महान होते, गिरिराज की शरण में ।
जप-ध्यान-दान होते, गिरिराज की शरण में ।
नित दीप-दान होते, गिरिराज की शरण में ।
मीठी चिनौरी खाजा, गिरिराज की शरण में ।
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