F सात कोस बारे मतवारे sat kos bare matware lyrics - bhagwat kathanak
सात कोस बारे मतवारे sat kos bare matware lyrics

bhagwat katha sikhe

सात कोस बारे मतवारे sat kos bare matware lyrics

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सात कोस बारे मतवारे sat kos bare matware lyrics

सात कोस बारे मतवारे, श्रीब्रजपति ब्रज रखवारे की।
जै-जै गिरािज पियारे की-2॥ 

मोर मुकुट याके शीश बिराजै, 
गल बैजन्ती माला साजै।।
ला कामदेव छवि लखिकैं,
शोभा ठाकुर-कारे की ॥ जै-जै... ॥ 

हाथ लकुटिया पीत झंगुलिया, 
अधर बिराजै मधुर मुरलिया।
पायन में बाजै पायलिया,
झनक-झनक झनकारे की॥ जै-जै...॥ . 

ऐसौ देव न देख्यौ दूज्यौ, 
श्रीकृष्ण ने पहिले पूज्यौ।।
करि-करि क्रोध इन्द्र आय जूइयौ,
पूना छिनाय बिचारे की॥ जै-जै... ॥ 

सात-दिना तक मेह बरसायौ, 
छींटा तक नाय ब्रज पै आयौ।
घबरायौ शरणागत आयौ,
श्रीपति नन्द-दुलारे की॥ जै-जै... ॥ 

साँचे मन ते जो कोई ध्यावै, 
करि परिकम्मा आनन्द पावै।
दूध चढ़ावै, भोग लगावै, 
दै अवाज जैकारे की॥ जै-जै... ।

एक जोगी खड़ा तेरे द्वार ak jogi khada tere dwar lyrics

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