तेरो सब संकट मिट जाये tero sab sankat mit jaye lyrics
तेरो सब संकट मिट जाये, तू पूजा कर गोवर्द्धन की।तेरो जनम मरण मिट जाये, तोहे नन्दलाला मिल जाये।
तोहे नन्दलाला......
तू पूजा कर गोवर्द्धन की, परकम्मा दे मेरे गिरिधर की।
तोहे नन्दलाला......
तू पूजा कर गोवर्द्धन की, परकम्मा दे मेरे गिरिधर की।
सब मिल प्रणाम पहले कीजे, गिरिधर हृदय में धर लीजे।
चलो मन में पेंग बढ़ाए, शोभा निरखो याके वन की॥
तोहे नन्दलाला.......
तोहे नन्दलाला.......
आगे पुँछरी को लौटा है, जो खाय-खाय हुआ सिलौठा है।
चलो संतन को सिर नाय, जो रक्षा करें अपने ब्रज की।
तोहे नन्दलाला.....
ये मुखारविन्द की है झाँकी, याके मुकुट लकुट भृकुटि बाँकी।
तोहे नन्दलाला.....
ये मुखारविन्द की है झाँकी, याके मुकुट लकुट भृकुटि बाँकी।
यापे दूध की धार चढ़ाए, इच्छा पूरण होवे मन की।
तोहे नन्दलाला.......
अब राधाकुण्ड स्नान करो, मन में श्रीराधाजी का ध्यान धरो।
तोहे नन्दलाला.......
अब राधाकुण्ड स्नान करो, मन में श्रीराधाजी का ध्यान धरो।
जो इनकी शरण में आये, सब ताप मिटे इस तन मन की।
तोहे नन्दलाला.....
तोहे नन्दलाला.....
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