दरबार में राधा रानी के darbar me radha rani ke bhajan
दरबार में राधा रानी के, दुख दर्द मिटाए जाते हैं
दुनिया के सताए लोग यहाँ, सीने से लगाए जाते हैं
दुनिया के सताए लोग यहाँ, सीने से लगाए जाते हैं
राधा राधा राधा राधा राधा राधा शामा शामा शामा शामा शाम।१।
संसार नही है रहने को, यहाँ, दुख ही दुख हैं सहने को यहां
भर-भर के प्याले अमृत के, यहाँ रोज पिलाए जाते हैं
दरबार में राधा रानी के, दुख दर्द मिटाए जाते हैं
दरबार में राधा रानी के, दुख दर्द मिटाए जाते हैं
राधा राधा राधा राधा राधा राधा शामा शामा शामा शामा शामा।२।
पल पल में आस निरास भई, दिन दिन घटती, पल पल बढ़ती
दुनिया जिनको ठुकरा देती, वो गोद बिठाए जाते हैं
दरबार में राधा रानी के, दुख दर्द मिटाए जात हैं
पल पल में आस निरास भई, दिन दिन घटती, पल पल बढ़ती
दुनिया जिनको ठुकरा देती, वो गोद बिठाए जाते हैं
दरबार में राधा रानी के, दुख दर्द मिटाए जात हैं
राधा राधा राधा राधा राधा राधा शामा शामा शामा शामा शामा ।३।
जो राधा राधा कहते हैं, वो प्रिया शरण में रहत हैं
जो राधा राधा कहते हैं, वो प्रिया शरण में रहत हैं
करती है कृपा वृषभानु सुता, वही महल बुलाए जात हैं
दरबार में राधा रानी के, दुख दर्द मिटाए जात हैं
दरबार में राधा रानी के, दुख दर्द मिटाए जात हैं
राधा राधा राधा राधा राधा राधा शामा शामा शामा शामा शामा ।।।
वो कृपामयी कहलाती है, रसिकों के मन को भाता हैं
वो कृपामयी कहलाती है, रसिकों के मन को भाता हैं
दुनिया में जो बदनाम हुए, पलकों पे बिठाए जाते हैं
दरबार में राधा रानी के, दुख दर्द मिटाए जाते हैं
दरबार में राधा रानी के, दुख दर्द मिटाए जाते हैं
राधा राधा राधा राधा राधा राधा शामा शामा शामा शामा शामा ।५।
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