देखो री यह नन्द का छोरा बरछी मारे जाता है। kanha ke pad देखो री यह नन्द का छोरा बरछी मारे जाता है। kanha ke padदेखो री यह नन्द का छोरा बरछी मारे जाता है। बरछी सी तिरछी चितवन की पैनी छुरी चलाता है।। हमको घायल देख बेदरदी मन्द मन्द मुस्काता है। 'ललित किशोरी' जख्म जिगर पर नोन पुरी बुरकाता है।। सभी पदों की सूची देखने के लिए क्लिक करें Bhagwat Kathanak Katha Hindibraj ke pad देखो री यह नन्द का छोरा बरछी मारे जाता है। kanha ke pad Share this post