महाप्रभु ! तुम परम उदार। maha prabhu tum param udar महाप्रभु ! तुम परम उदार। maha prabhu tum param udarमहाप्रभु ! तुम परम उदार। अद्भुत रीति तुम्हारी देखी, पतितन के तुम अति रिझवार ।। याही आसा लागि रह्यौ हूँ, और न कछु मोर आधार । 'जगन्नाथ' प्रभु किरपा कीजै प्रेम-दान विस्तार।। सभी पदों की सूची देखने के लिए क्लिक करें Bhagwat Kathanak Katha Hindi महाप्रभु ! तुम परम उदार। maha prabhu tum param udar Share this post