मंगल जय श्रीगौर किसोर। mangal jay shri gaur kishor मंगल जय श्रीगौर किसोर। mangal jay shri gaur kishorमंगल जय श्रीगौर किसोर। मंगल श्रीवन्दावन-भषण राधाभाव रसिक-रसबार।। नित्यानन्द अद्वैत गदाधर, श्रीवासादि चतुर चितचार। मंगल महाभाव-भावित-तन, रूप-सनातन हिये हिलोर ।। सभी पदों की सूची देखने के लिए क्लिक करें Bhagwat Kathanak Katha Hindi मंगल जय श्रीगौर किसोर। mangal jay shri gaur kishor Share this post