मैं ढूँढ़ फिरी जग सारा mai dud firi jag sara bhajan
मैं ढूँढ़ फिरी जग सारा, मुझे मिला न बंसीवाला।
वन वीथिन जाकर भटकी, वंशीवट आकर अटकी।।
मुझे मिला न नन्द दुलारा। मैं...
मुझे मिला न नन्द दुलारा। मैं...
बिन दर्शन जी घबराये, उन बिन कछु और न भाये।
ये जीवन है बेकारा। मैं.....
ये जीवन है बेकारा। मैं.....
अब दिल की कली खिलादे, मतवाला मुझे बनादे।।
तेरा ही एक सहारा। मैं..
तेरा ही एक सहारा। मैं..
ऐ रास रचाने वाले, मुरलीधर प्यारे ग्वाले।
दर्शन का इष्ट हमारा। मैं......
दर्शन का इष्ट हमारा। मैं......
गिरवर नख धारण हारे, भूभार उतारन हारे।।
जग के हो प्राणाधारा। मैं......
जग के हो प्राणाधारा। मैं......
ओ दीन शरण रखवाले, ओ काली कमली वाले।
मेरा भी कर निस्तारा।। मैं......
मेरा भी कर निस्तारा।। मैं......
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