मेरा कोई ना सहारा बिन तेरे। mera koi na sahara bin tere
मेरा कोई ना सहारा बिन तेरे।
घनश्याम सांवरिया मेरे।।
तुम दीन बन्धु हितकारी, मैं दुखिया शरण तिहारी,
काटो जनम मरण के फेरे।। १
काटो जनम मरण के फेरे।। १
विषयों के जाल में फंस कर, बन्ध्यो मोह पाश में कसकर,
दुख पायो नाथ घनेरे।। २
दुख पायो नाथ घनेरे।। २
हम दीन हीन संसारी, इक आशा नाथ तिहारी,
तेरे चरण कमल के चेरे।। ३
टास कर, बन्ध्य बनेरे।। २ तिहारी,
टास कर, बन्ध्य बनेरे।। २ तिहारी,