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मोहन से दिल क्यों लगाया है mohan se dil kyo lagaya hai

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मोहन से दिल क्यों लगाया है mohan se dil kyo lagaya hai

मोहन से दिल क्यों लगाया है mohan se dil kyo lagaya hai

 मोहन से दिल क्यों लगाया है mohan se dil kyo lagaya hai

मोहन से दिल क्यों लगाया है ये मैं जानू या वो जाने 
छलिया से दिल क्यों लगाया है ये मैं जानू या वो जाने

ये मैं जानू या वो जाने, ये मैं जानू या वो जाने 
रसिया से दिल क्यों लगाया है, ये मैं जानू या वो जाने

छैला से दिल क्यों लगाया है, ये मैं जानू या वो जाने 
टेड़े से दिल क्यों लगाया है, ये मैं जानू या वो जाने।१।

मिलता भी है, मिलता भी नहीं, नजरों से वो हटता ही नही
ये कैसा जादू डाला है ये मैं जानू या वो जाने।२। 

तेरे प्यार में दिल दिवाना हुआ, मैं इस जग से बेगाना हुआ 
मैने क्या खोया क्या पाया है, ये मैं जानू या वो जाने ।३। 

हर बात निराली है उसकी, हर बात में उसका टेड़ापन 
टेड़े से दिल क्यों लगाया है, ये मैं जानू या वो जाने।४। 

जब-जब दिल ने तझे याद किया, इस जग ने मुझ बदनाम किया
बदनामी का फल, क्या पाया है, ये मैं जानू या वा जाने
मोहन से दिल क्यों लगाया है mohan se dil kyo lagaya hai

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