निज कृष्ण भए गौरांग nij krishna bhaye gauranga निज कृष्ण भए गौरांग nij krishna bhaye gaurangaनिज कृष्ण भए गौरांग महाप्रभु भाव राधिका लीनौ री। दर्पन में अवलोकि अपन छबि कुँवर मनोरथ कीनौ री।। ए विधि करै अस्वाद अपन सुख परहित में चित दीनौ री। 'श्रीगोपालदास' प्रभु प्रगटे, प्रेम सुधा रस भीनौ री।। सभी पदों की सूची देखने के लिए क्लिक करें Bhagwat Kathanak Katha Hindi निज कृष्ण भए गौरांग nij krishna bhaye gauranga Share this post