रे मन कृष्ण नाम कहि लीजै। re man krishna nam kahi lije
रे मन कृष्ण नाम कहि लीजै।
गुरु के वचन अटल करि मानो साधु समागम कीजै।।
पढ़िये गुनिये गीता भागवत और कहा कथि कीजै।
कृष्ण-नाम बिनु जनम बादिहि विरथा काहे जीजै।।
कृष्णनाम रस बह्यो जात है तृषावन्त है पीजै ।
"सूरदास' हरि सरन ताकिये जनम सफल कर लीजै।।

