मिलिवौ नयननही को नीको। surdas ke pad in hindi मिलिवौ नयननही को नीको। surdas ke pad in hindiमिलिवौ नयननही को नीको। चारों नैन भये इक ठौरें, धोको मिट गयो जी को। नन्द के लाल हमारे ठाकुर, और जगत सब फीको।। वेद पुराण भागवत गीता, गूढ़ ज्ञान सब ठीको। खट्टी छाछ नहिं रूचि आवै, "सूर" खवैया घी को।। सभी पदों की सूची देखने के लिए क्लिक करें Bhagwat Kathanak Katha Hindibraj ke pad मिलिवौ नयननही को नीको। surdas ke pad in hindi Share this post