मनुष्यशरीर केवल परमात्माकी प्राप्तिके लिये मिला है
मनुष्यशरीर केवल परमात्माकी प्राप्तिके लिये मिला है, सांसारिक कार्योंके लिये नहीं। परमात्मप्राप्तिका मौका मनुष्यशरीरमें ही है। मनुष्यशरीरमें भी सत्संगका मौका दुर्लभ है! जैसे मनुष्यशरीर बार-बार नहीं मिलता, ऐसे ही सत्संग भी बार-बार नहीं मिलता। यह भगवान्की विशेष कृपासे ही मिलता है। भगवान् अपनी तरफ खींचना चाहते हैं।