कृष्ण भजन लिरिक्स- विनती सुनो हमारी चले आना बिहारी
*विनय गीत*
दोहा -
रास रसिक राधा रमण , हे प्रभु माखनचोर।
भाव भिखारी साँवरे , यदुवर नन्द किशोर।।
गीत -
विनती सुनो हमारी चले आना बिहारी ।। 02
वृंदावन की दूर डगरिया
कैसे आऊं मैं तेरी नगरिया
आश दरश की भारी चले आना बिहारी ।। विनती0
यमुना जी को शीतल पानी
जहां नहावें राधा रानी
जिनकी छटा नियारी चले आना बिहारी ।। विनती0
नाम तुम्हार सकल भाव नाशन
ज्ञान भक्ति विग्यान प्रकासन
भक्तन के हितकारी चले आना बिहारी ।। विनती0
काटो पाप ताप हे स्वामी
दीन - दयाला अन्तर्यामी
रहूं चरणन बलिहारी चले आना बिहारी ।। विनती0
आर्यपुत्र आर्यन जी महाराज
( काव्यकृतिक रचनाकार )