क्षेत्रपाल स्तुति मंत्र kshetrapal dhyan mantra

 क्षेत्रपाल स्तुति मंत्र kshetrapal dhyan mantra

क्षेत्रपाल-

क्षेत्रपालान्नमस्यामि, सर्वारिष्टनिवारकान् ।

अस्य यागस्य सिद्धयर्थं, पूजयाराधितान् मया ॥ 26

अर्थात्- इस यज्ञ की सिद्धि (सफलता) के लिए मेरी पूजा (सम्मान) से आराधित (आवाहित प्रार्थित) हुए सभी अरिष्टों (विघातकों) को दूर करने वाले क्षेत्रपालों को (मैं) नमस्कार करता हूँ।

 क्षेत्रपाल स्तुति मंत्र kshetrapal dhyan mantra

0/Post a Comment/Comments

आपको यह जानकारी कैसी लगी हमें जरूर बताएं ? आपकी टिप्पणियों से हमें प्रोत्साहन मिलता है |

Stay Conneted

(1) Facebook Page          (2) YouTube Channel        (3) Twitter Account   (4) Instagram Account

 

 



Hot Widget

 

( श्री राम देशिक प्रशिक्षण केंद्र )

भागवत कथा सीखने के लिए अभी आवेदन करें-


close