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bhagwat katha sikhe

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श्रीराम देशिक प्रशिक्षण केंद्र एक धार्मिक शिक्षा संस्थान है जो भागवत कथा, रामायण कथा, शिव महापुराण कथा, देवी भागवत कथा, कर्मकांड, और मंत्रों सहित विभिन्न पाठ्यक्रम प्रदान करता है।
षोडशोपचार पूजन विधि मंत्र shodaso pachar puja vidhi

षोडशोपचार पूजन विधि मंत्र shodaso pachar puja vidhi

 षोडशोपचार पूजन विधि मंत्र shodaso pachar puja vidhi

॥ षोडशोपचारपूजनम् ॥

देवशक्तियाँ पदार्थों की भूखी नहीं । पदार्थों को समर्पण के समय जो श्रद्धाभावना उमड़ती है, भगवान् उसी से सन्तुष्ट होते हैं। ऐसी भावनाओं को सँजोये हुये, प्रत्येक कुण्ड से एक-एक परिजन, देवशक्तियों का पूजन क्रमशः बताये गये पदार्थों से करें ।

ॐ सर्वेभ्यो देवेभ्यो नमः । आवाहयामि, स्थापयामि ॥ 1

अर्थात् सभी देवताओं को नमस्कार है। सभी देवताओं को आवाहित एवं स्थापित करता हूँ।

आसनं समर्पयामि ॥ 2 अर्थात्- आसन प्रदान करता हूँ

पाद्यं समर्पयामि ॥ 3 अर्थात्- पाद्य (पैर धोने का जल) प्रदान करता हूँ ।

अर्घ्यं समर्पयामि ॥4 अर्थात्- अर्ध्य (सम्मानार्थ जल) प्रदान करता हूँ ।

आचमनं समर्पयामि ॥ 5 अर्थात् - आचमन (मुख प्रक्षालनादि के निमित्त जल) प्रदान करता हूँ ।

 

स्नानं समर्पयामि ॥ 6 अर्थात्- स्नान हेतु जल प्रदान करता हूँ।

वस्त्रं समर्पयामि ॥ 7 अर्थात्-वस्त्र समर्पित करता हूँ

यज्ञोपवीतं समर्पयामि ॥ 8 अर्थात् यज्ञोपवीत प्रदान करता हूँ ।

गन्धं विलेपयामि ॥ १ ॥ अर्थात् - गन्ध (चन्दन या रोली) लगाता हूँ।

अक्षतान् समर्पयामि ॥ 10 अर्थात्- अक्षत प्रदान करता हूँ

पुष्पाणि समर्पयामि ॥11 अर्थात् पुष्प समर्पित करता हूँ।

धूपं आघ्रपयामि ॥12 अर्थात्- धूप सुवासित करता हूँ

दीपं दर्शयामि ॥ 13 अर्थात्- दीपक दिखाता हूँ।

नैवेद्यं निवेदयामि ॥ 14 अर्थात् - नैवेद्य (मिष्टान्न आदि) का भोग लगाता हूँ ।

ताम्बूलपूगीफलानि समर्पयामि ॥ 15 अर्थात्- पान-सुपारी समर्पित करता हूँ।

दक्षिणां समर्पयामि ॥ 16अर्थात्-दक्षिणा प्रदान करता हूँ ।

सर्वाभावे अक्षतान् समर्पयामि ॥ अर्थात्- अन्य किसी भी पदार्थ के अभाव में अक्षत प्रदान करता हूँ ।

ततो नमस्कारं करोमि । अर्थात्- तत्पश्चात् सभी देव शक्तियों को नमस्कार करता हूँ ।

 

ॐ नमोऽस्त्वनन्ताय सहस्रमूर्तये, सहस्रपादाक्षिशिरोरुबाहवे ।

सहस्रनाम्ने पुरुषाय शाश्वते, सहस्रकोटीयुगधारिणे नमः ॥

अर्थात्- हे अनन्तरूप वाले! सहस्र आकृतियों वाले, सहस्र पैरों, नेत्रों, सिरों, जङ्घाओं, भुजाओं वाले, सहस्र नामों वाले तथा सहस्र-करोड़ों युगों को धारण (पोषण) करने वाले शाश्वत पुरुष! आपको बार-बार नमस्कार है ।

 षोडशोपचार पूजन विधि मंत्र shodaso pachar puja vidhi

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