बरु भल बास नरक कर ताता ramayan best chaupai
पशु तो अपने कर्मोंका फल भोगकर मनुष्ययोनिकी तरफ आते हैं, पर मनुष्य नये-नये पाप करके पशुयोनिसे भी नीचे (नरकोंमें) चले जाते हैं और जा रहे हैं ! इसलिये ऐसे मनुष्यके संगको नरकवाससे भी बुरा कहा गया है-
बरु भल बास नरक कर ताता। दुष्ट संग जनि देइ बिधाता ॥ (मानस ५ । ४६।४)
कारण कि नरकोंमें तो पाप नष्ट होकर शुद्धि आती है, पर दुष्टोंके संगसे अशुद्धि आती हैं, पाप बनते हैं।
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