F अयं निजः परो वेति श्लोकार्थ- ayam nijah paroveti shlok sanshkrit hindi arth sahit - bhagwat kathanak
अयं निजः परो वेति श्लोकार्थ- ayam nijah paroveti shlok sanshkrit hindi arth sahit

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अयं निजः परो वेति श्लोकार्थ- ayam nijah paroveti shlok sanshkrit hindi arth sahit

अयं निजः परो वेति श्लोकार्थ- ayam nijah paroveti shlok sanshkrit hindi arth sahit
अयं निजः परो वेति श्लोक-
अयं निजः परो वेति श्लोकार्थ- ayam nijah paroveti shlok sanshkrit hindi arth sahit
अयं निजः परो वेति गणना लघु चेतसाम् |
उदारचरितानां तु वसुधैव कुटुम्बकम् |

 अयं निजः परो वेति श्लोकार्थ-
यह मेरा है,यह उसका है ; ऐसी सोच संकुचित चित्त वोले व्यक्तियों की होती है;इसके विपरीत उदारचरित वाले लोगों के लिए तो यह सम्पूर्ण धरती ही एक परिवार जैसी होती है |


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नीति श्लोक व शुभाषतानि के सुन्दर श्लोकों का संग्रह- हिंदी अर्थ सहित। }

 

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