अयं निजः परो वेति श्लोकार्थ- ayam nijah paroveti shlok sanshkrit hindi arth sahit
शनिवार, 12 सितंबर 2020
Comment
अयं निजः परो वेति श्लोक-
अयं निजः परो वेति श्लोकार्थ-
अयं निजः परो वेति गणना लघु चेतसाम् |उदारचरितानां तु वसुधैव कुटुम्बकम् |
अयं निजः परो वेति श्लोकार्थ-
यह मेरा है,यह उसका है ; ऐसी सोच संकुचित चित्त वोले व्यक्तियों की होती है;इसके विपरीत उदारचरित वाले लोगों के लिए तो यह सम्पूर्ण धरती ही एक परिवार जैसी होती है |
नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके संस्कृत के बेहतरीन और चर्चित श्लोकों की लिस्ट [सूची] देखें-
{ नीति श्लोक व शुभाषतानि के सुन्दर श्लोकों का संग्रह- हिंदी अर्थ सहित। }
0 Response to "अयं निजः परो वेति श्लोकार्थ- ayam nijah paroveti shlok sanshkrit hindi arth sahit"
एक टिप्पणी भेजें
आपको यह जानकारी कैसी लगी हमें जरूर बताएं ? आपकी टिप्पणियों से हमें प्रोत्साहन मिलता है |