संस्कृत नीति श्लोक संग्रह- sanshkrit neeti shlok list
💬 संस्कृत नीति श्लोक संग्रह 💬
इस वेबसाइट पर आने के लिए आप गूगल में टाइप करें - bhagwat kathanak और इस वेबसाइट में आकर धार्मिक ज्ञान प्राप्त करें। सनातन धर्म को जानें।
( श्री राम देशिक प्रशिक्षण केंद्र )
भागवत कथा सीखने के लिए अभी आवेदन करें-
नीति संग्रह- मित्र लाभ:
- आयोध्या मथुरा माया श्लोकार्थ
 - खादन्न गच्छामि हसन्नजल्पे श्लोकार्थ
 - लाभस्तेषां जयस्तेषां श्लोक हिंदी अर्थ सहित
 - वन्दे नन्दब्रजस्त्रीणां• श्लोकार्थ-
 - आसामहो चरणरेणुजुषामहं स्या• श्लोकार्थ
 - अहन्यहनि भूतानि• श्लोकार्थ-
 - धर्मज्ञः पण्डितो ज्ञेयो• श्लोकार्थ-
 - पठकाः पाठकाश्चैव• श्लोकार्थ-
 - यत्र योगेश्वरः कृष्णो• श्लोकार्थ-
 - विद्यां ददाति विनयं श्लोकार्थ-
 - माता शत्रुः पिता वैरी श्लोकार्थ-
 - सुखार्थिनः कुतोविद्या श्लोकार्थ-
 - गुरुर्ब्रह्मा ग्रुरुर्विष्णुः श्लोकार्थ-
 - विद्या मित्रं प्रवासेषु श्लोकार्थ-
 - सहसा विदधीत न क्रिया श्लोकार्थ-
 - चंचलं हि मनः कृष्ण श्लोकार्थ-
 - असंशयं महाबाहो श्लोकार्थ-
 - उद्यमेन हि सिध्यन्ति श्लोकार्थ-
 - चन्दनं शीतलं लोके श्लोकार्थ-
 - अयं निजः परो वेति श्लोकार्थ-
 - अष्टादश पुराणेषु श्लोकार्थ-
 - श्रोत्रं श्रुतेनैव न कुंडलेन श्लोकार्थ-
 - पुस्तकस्था तु या विद्या श्लोकार्थ-
 - अलसस्य कुतो विद्या श्लोकार्थ-
 - आलस्यं हि मनुष्याणां श्लोकार्थ
 - यथा ह्येकेन चक्रेण श्लोकार्थ-
 - बलवानप्यशक्तोऽसौ श्लोकार्थ-
 - जाड्यं धियो हरति श्लोकार्थ-
 - यां चिन्तयामि सततं श्लोकार्थ
 - अज्ञः सुखमाराध्यः श्लोकार्थ -
 - प्रहस्य मणिमुद्धरेन् श्लोकार्थ-
 - लभेत सिकतासु तैलमपि श्लोकार्थ-
 - व्यालं बालमृणालतन्तुभिरसौ श्लोकार्थ -
 - स्वायत्तमेकान्तगुणं विधात्रा श्लोकार्थ -
 - यदा किंचिज्ज्ञोऽहं द्विप इव श्लोकार्थ-
 - कृमिकुलचितं लालाक्लिन्नं विगन्धि श्लोकार्थ-
 
भागवत कथा की पीडीएफ पाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें-

