F जाड्यं धियो हरति श्लोकार्थ- jadyam dhiyo harati shlok sanskrit hindi arth sahit - bhagwat kathanak
जाड्यं धियो हरति श्लोकार्थ- jadyam dhiyo harati shlok sanskrit hindi arth sahit

bhagwat katha sikhe

जाड्यं धियो हरति श्लोकार्थ- jadyam dhiyo harati shlok sanskrit hindi arth sahit

जाड्यं धियो हरति श्लोकार्थ- jadyam dhiyo harati shlok sanskrit hindi arth sahit

जाड्यं धियो हरति श्लोक-
जाड्यं धियो हरति श्लोकार्थ- jadyam dhiyo harati shlok sanskrit hindi arth sahit
जाड्यं धियो हरति सिंचति वाचि सत्यं,
मानोन्नतिं दिशति पापमपाकरोति |
चेतः प्रसादयति दिक्षु तनोति कीर्तिं,
सत्संगतिः कथय किं न करोति पुंसाम् ||
 जाड्यं धियो हरति श्लोकार्थ-
अच्छे मित्रों का साथ बुद्धि की जड़ता को हर लेता है,वाणी में सत्य का संचार करता है, मान और उन्नति को बढ़ाता है और पाप से मुक्त करता है | चित्त को प्रसन्न करता है और ( हमारी )कीर्ति को सभी दिशाओं में फैलाता है |(आप ही ) कहें कि सत्संगतिः मनुष्यों का कौन सा भला नहीं करती |

नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके संस्कृत के बेहतरीन और चर्चित श्लोकों की लिस्ट [सूची] देखें-
नीति श्लोक व शुभाषतानि के सुन्दर श्लोकों का संग्रह- हिंदी अर्थ सहित। }

Ads Atas Artikel

Ads Center 1

Ads Center 2

Ads Center 3