F देहेस्थिमासं रूधिरे - Dēhēsthimāsan rūdhirē - bhagwat kathanak
देहेस्थिमासं रूधिरे - Dēhēsthimāsan rūdhirē

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देहेस्थिमासं रूधिरे - Dēhēsthimāsan rūdhirē

देहेस्थिमासं रूधिरे - Dēhēsthimāsan rūdhirē

 देहेस्थिमासं रूधिरे - Dēhēsthimāsan rūdhirē

देहेस्थिमासं रूधिरेभिमतिं त्यजत्वं 
       जाया सुतादिषु सदा ममतां विमुञ्च |
पश्यानिशं जगदिदं क्षणभंगुनिष्ठं 
       वैराग्यराग रसिको भव भक्तिनिष्ठः ||

पिताजी यह शरीर अस्थि मांस और रुधिर का पिंड है इसे आपने जो अपना मान रखा है इसमें आपने जो मैं बुद्धि कर रखी है उसी को छोड़ दीजिए इस संसार को अहिर्निष  क्षणभंगुर मानिए और ज्ञान राग के रसिक होकर भक्ति में नष्ट हो जाइये। 

 देहेस्थिमासं रूधिरे - Dēhēsthimāsan rūdhirē

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