काल व्याल मुख ग्रास श्लोक /kal vyal mukh gras shlok

काल व्याल मुख ग्रास श्लोक 
kal vyal mukh gras shlok 


कालव्यालमुखग्रासत्रासनिर्णाश हेतवे |
श्रीमद् भीगवतं शास्त्रं कलौ कीरेण भाषितम् ||
( मा.1,11 )
काल रूपी महान सर्प का ग्रास बने हुए प्राणियों की दुख की निवृत्ति के लिए कलिकाल में श्री शुकदेव जी ने श्रीमद्भागवत का प्रवचन किया |
काल व्याल मुख ग्रास श्लोक 
kal vyal mukh gras shlok 
  • आप के लिए यह विभिन्न सामग्री उपलब्ध है-

 भागवत कथा , राम कथा , गीता , पूजन संग्रह , कहानी संग्रह , दृष्टान्त संग्रह , स्तोत्र संग्रह , भजन संग्रह , धार्मिक प्रवचन , चालीसा संग्रह , kathahindi.com 

आप हमारे  whatsapp  ग्रुप से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करें- click here

काल व्याल मुख ग्रास श्लोक  kal vyal mukh gras shlok

0/Post a Comment/Comments

आपको यह जानकारी कैसी लगी हमें जरूर बताएं ? आपकी टिप्पणियों से हमें प्रोत्साहन मिलता है |

Stay Conneted

(1) Facebook Page          (2) YouTube Channel        (3) Twitter Account   (4) Instagram Account

 

 



Hot Widget

 

( श्री राम देशिक प्रशिक्षण केंद्र )

भागवत कथा सीखने के लिए अभी आवेदन करें-


close