नैष्कर्म्य मप्यच्युत /Naiṣkarmya mapyacyuta
नैष्कर्म्य मप्यच्युत भाव वर्जितं
न शोभते ज्ञानमलं निरञ्जनम् |
कोई काम निष्कामता से युक्त हो परंतु भगवान की भक्ति से रहित हो तो उसकी शोभा नहीं होती |
नैष्कर्म्य मप्यच्युत /Naiṣkarmya mapyacyuta
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