F धर्मव्यतिक्रमो दृष्ट /dharma vyatikramo drasht - bhagwat kathanak
धर्मव्यतिक्रमो दृष्ट /dharma vyatikramo drasht

bhagwat katha sikhe

धर्मव्यतिक्रमो दृष्ट /dharma vyatikramo drasht

धर्मव्यतिक्रमो दृष्ट /dharma vyatikramo drasht

 धर्मव्यतिक्रमो दृष्ट /dharma vyatikramo drasht


धर्मव्यतिक्रमो दृष्ट ईश्वराणां च साहसम् |
तेजीयसां न दोषाय वन्हेः सर्वभुजो यथा |

परीक्षित जो तेजस्वी होते हैं- सामर्थ साली होते हैं , उनमें दोष नहीं होता जैसे अग्नि सब कुछ खा जाती है परंतु किसी भी पदार्थ से लिप्त नहीं होती | भगवान शंकर हलाहल विष पी गए कोई साधारण पुरुष पीता तो जलकर भस्म हो जाता |

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