F न कामये नाथ तदप्यहं क्वचिन् /na kamye nath tadapyaham - bhagwat kathanak
न कामये नाथ तदप्यहं क्वचिन् /na kamye nath tadapyaham

bhagwat katha sikhe

न कामये नाथ तदप्यहं क्वचिन् /na kamye nath tadapyaham

न कामये नाथ तदप्यहं क्वचिन् /na kamye nath tadapyaham

 न कामये नाथ तदप्यहं क्वचिन् /na kamye nath tadapyaham


न कामये नाथ तदप्यहं क्वचिन्
            न यत्र युष्मच्चरणाम्बुजासवः |
महत्तमान्तर्ह्रदयान्मुखच्युतो 
             विधत्स्व कर्णायुतमेष मे वरः ||
प्रभो आपके चरण कमलों के अलावा कोई और कामना नहीं है यदि आप मुझे कुछ देना ही चाहते हैं तो मुझे दस हजार कान दे दीजिए जिससे मैं निरंतर आप की कथा सुधारस का पान कर सकूं |


 न कामये नाथ तदप्यहं क्वचिन् /na kamye nath tadapyaham


 न कामये नाथ तदप्यहं क्वचिन् /na kamye nath tadapyaham


    Ads Atas Artikel

    Ads Center 1

    Ads Center 2

    Ads Center 3