F न नाकपृष्ठं न च पारमेष्ठयम् /na nakaprshtham - bhagwat kathanak
न नाकपृष्ठं न च पारमेष्ठयम् /na nakaprshtham

bhagwat katha sikhe

न नाकपृष्ठं न च पारमेष्ठयम् /na nakaprshtham

 न नाकपृष्ठं न च पारमेष्ठयम् /na nakaprshtham

  न नाकपृष्ठं न च पारमेष्ठयम् /na nakaprshtham


 न नाकपृष्ठं न च पारमेष्ठयम्
          न सार्वभौमं न रसाधिपत्यम् |
न योगसिद्धी रपुनर्भवं वा
          समंजस त्वा विरहय्य काङ्क्षे ||
( 6.11.25 )

तथा मुझे आपको छोड़कर स्वर्ग ,ब्रह्म लोक, पृथ्वी का साम्राज्य, रसातल का राज्य ,योग की सिद्धि और मोक्ष भी नहीं चाहिए |


  न नाकपृष्ठं न च पारमेष्ठयम् /na nakaprshtham


  न नाकपृष्ठं न च पारमेष्ठयम् /na nakaprshtham


Ads Atas Artikel

Ads Center 1

Ads Center 2

Ads Center 3