नैते सुरेशा ऋषयो /naite suresha rishayo
नैते सुरेशा ऋषयो न चैते
त्वमेव भासीश भिदाश्रयेपि |
सर्वं पृथक्त्वं निगमात् कथं वदे
त्युक्तेन वृत्तं प्रभुणा बलोवैत् |
कन्हैया यह ग्वाल बाल और बछड़े ना तो देवता हैं, और ना ही ऋषि हैं, सभी के रूप में आप दिखाई देते हो इसका क्या कारण है | भगवान श्री कृष्ण ने कहा दाऊ दादा ब्रह्मा जी ने मेरी परीक्षा लेने के लिए ग्वाल बाल और बछड़ों को अपनी माया से छिपा दिया है , इसलिए सभी के रूपों में मैं दिखाई दे रहा हूं |नैते सुरेशा ऋषयो /naite suresha rishayo
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