F पर्जन्यो भगवानिन्द्रो /Parjanyō bhagavā nindrō - bhagwat kathanak
पर्जन्यो भगवानिन्द्रो /Parjanyō bhagavā nindrō

bhagwat katha sikhe

पर्जन्यो भगवानिन्द्रो /Parjanyō bhagavā nindrō

पर्जन्यो भगवानिन्द्रो /Parjanyō bhagavā nindrō

 पर्जन्यो भगवानिन्द्रो /Parjanyō bhagavā nindrō


पर्जन्यो भगवानिन्द्रो मेघास्तस्यात्ममूर्तयः |
तेभिवर्षन्ति भूतानां प्रीणनं जीवनं पयः ||
10,24,8

बेटा मेघों के स्वामी इंद्र हैं, इन्ही की कृपा से हमें जल की प्राप्ति होती है और जल से जीवो को जीवन मिलता है | हम इन्ही इंद्र की पूजन की तैयारी कर रहे हैं |

 पर्जन्यो भगवानिन्द्रो /Parjanyō bhagavā nindrō


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