श्रूयतां मानवो वंश: /shruytam manvo vansh
श्रूयतां मानवो वंश: प्राचुर्येण परंतप ।
न शक्यते विस्तरतो वक्तुं वर्षशतैरपि ।। ९/१/७
परीक्षित मैं तुम्हें संक्षेप में मनु वंश का वर्णन सुनाता हूं क्योंकि सैकड़ों वर्षो में भी मनु वंश का वर्णन विस्तार पूर्वक नहीं हो सकता |
श्रूयतां मानवो वंश: /shruytam manvo vansh
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