आलोड्य सर्वशास्त्राणि /alodya sarva shastrani shloka
आलोड्य सर्वशास्त्राणि विचार्यैवं पुनः पुनः।
इदमेकं सुनिष्पन्न ध्येयो नारायणः सदा॥७८॥
सभी शास्त्रोंका मन्थन करके, तदनुसार बारम्बार विचार करके, यही सार निकला है कि-सदैव नारायणहीका ध्यान करना चाहिये॥ ७८ ॥