भक्त को भगवान का चिन्तन होगा /bhakt ko bhagwan ka chintan hoga lyrics
भक्त को भगवान का चिन्तन होगा
भक्त को भगवान का चिन्तन होगा
उसका सफल क्यों ना जीवन होगा
जिसके हृदय में हरि सुमिरन होगा
उसका सफल क्यों ना जीवन होगा
उसका सफल क्यों ना जीवन होगा
बनके वैरागी गीत राम जी के गाये जा
सारी तेरी मुश्किलें आसन वो बनायेगा
जिसका सहारा हरि प्यारा होगा
उसका सफल क्यों.....
उसका सफल क्यों.....
द्रोपदी ने बांधा केवल चार कच्ची तारों से
बदले में भेजी हरि साड़ियां
हजारों में जिसका सहारा मन मोहन होगा
उसका सफल क्यों.....
उसका सफल क्यों.....
बनके वनवासी राम जंगलों में आये थे
खट्टे-मिट्ठे झूठे बेर भीलनी के खाये थे
जिसका सहारा मेरा रघुवर होगा
उसका सफल क्यों.....
उसका सफल क्यों.....
सच्ची धारणा से प्रहलाद ने ध्याया था
खम्भे से नरसिंह का दर्शन पाया था
जिसका सहारा मेरा ठाकुर होगा
उसका सफल क्यों...
उसका सफल क्यों...
भक्त को भगवान का चिन्तन होगा /bhakt ko bhagwan ka chintan hoga lyrics
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