हम परदेशी फकीर ham pardesi fakir lyrics
हम परदेशी फकीर काऊ दिन याद करोगे।इस कीर्तन को भूल न जाना॥
सत्संग में तुम प्रतिदिन आना।
खुशियाँ हो भरपूर-काऊ दिन याद करोगे॥
खुशियाँ हो भरपूर-काऊ दिन याद करोगे॥
युग युग जीवे यह फुलवारी-कृपा करे तुम पर बनवारी।
सबकी आशा हों पूर-काऊ दिन या करोगे॥
सबकी आशा हों पूर-काऊ दिन या करोगे॥
इरमता जोगी बहता पानी-इनकी माया किसने जानी।
चारों ओर जागीर-काऊ दिन याद करोगे..
चारों ओर जागीर-काऊ दिन याद करोगे..
मातु-पिता और भाई-बहना भूल-चूक की माँफी देना।
मैं हूँ ब्रह्म शरीर-काऊ दिन याद करोगे....
मैं हूँ ब्रह्म शरीर-काऊ दिन याद करोगे....
करूँ श्याम से यही बिनती फिर हो मेल हमारा जल्दी।
इसी मन्दिर के बीच-काऊ दिन याद करोगे..
इसी मन्दिर के बीच-काऊ दिन याद करोगे..
कोई दुःखिया दु:ख को रोवे-कोई सूखिया सुख से सोवे।
हम तो भजे रघुवीर-काऊ दिन याद करोगे..
हम तो भजे रघुवीर-काऊ दिन याद करोगे..
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हम परदेशी फकीर ham pardesi fakir lyrics
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