Top 100 + Krishna Bhajan Lyrics List | कृष्ण भगवान के भजन लिरिक्स
{ 1 }
वृज के नंद लाला
व्रज के नंद लाला राधा जी के सांवरिया
सव दुख दूर हुये जव तेरा नाम लीया
मीरा पुकारे तुम्हें गिरधर गोपाला
वन गया अमृतमय विष का भरा प्याला
कौन मिटाये उसे जिसे तूने राख लिया! सव दुख दूर
हुये....
जव तेरे गोकुल में आई विपदा भारी,
एक इसारे पर सारी विपदा टारी
उठ गया गोवरधन जिसे तूने धार लिया! सव
दुख दूर हुये.....
नैनौ में श्याम वसे मन में वनवारी,
सुध विसराय गयी मुरली की धुन प्यारी
मेरे मन मंन्दिर में रास रचाओं रसिया! सव दुख
दूर हुये...
देख रहे हो तुम मेरे दुखडे सारे,
कव दर्शन देओगे मेरी आंखों के तारे
अधर पर मुरली है कांधे कामरिया! सव दुख
दूर हुये.
- मंगलाचरण
- मधुराष्टक
- गोपी गीत
- कृष्णाष्टकम्
- रूद्राष्टकम्
- प्रात: स्मरणीय वन्दना
- श्रीगोविन्द दामोदर स्तोत्र
- युगलाष्टकम्
- गोपीगीत
- चतुःश्लोकी भागवत
- गोकर्ण भागवत
- द्वादशज्योतिर्लिङ्गानि
- श्रीराम स्तुति
- गणेश वन्दना
- गाइये गणपति जगबन्धन
- आओ गजानन आओ
- जय गणेश जय गणेश
- गुरू देव दया करके
- सारे तीरथ धाम आपके
- वृज के नंद लाला
- बांके बिहारी रे दूर करो
- कर दो दूर प्रभू
- चलो रे मन श्री वृन्दावन धाम
- मन चल रे वृन्दावन धाम
- वृन्दावन के वट वृक्षो पे
- कोई कहै गोविन्द
- नटवर नागर नंदा
- संतन के संग संग लाग रे
- जायेगा जव यहां से
- जीते भी लकडी
- हम हो गये भव से पार
- तेरी पार करैगे नैया
- तारा है सारा जमाना
- राम नाम के हीरे मोती
- ऊमा के पड गये सोता
- मै तो बाहर नही तात आऊगा
- जो करते रहोगे भजन
- अमृत है हरी नाम
- जिसको जीवन में मिला
- वाह वाह रे मौज फंकीरा दी
- मन लागा मोर यार फकीरी में
- सुख भी मुझे
- तेरे फूलो से भी
- भीष्म स्तुति इती मती रूप
- इतना तो करना स्वामी
- क्या भरोषा है इस जिन्दगी का
- पल दो पल में क्या
- दुनियां दर्शन का है मेला
- हरि कथा सुनाने वाले
- वूटी हरी के नाम की
- ना जाने कौन से गुण पर
- आज हरी आये विदुर घर
- सबसे ऊँची प्रेम सगाई
- दक्ष यज्ञ विध्वंस
- वम भोले वम भोले वम वम
- लागी लगन मत तोडना
- मैंने वाध लिया प्रेम वाला
- तुलसी मगन भये
- है प्रीत जहां की रीत सदा
- कबहू कियौ ना भजनवा
- राम से बड़ा राम का नाम
- जहां ले चलोगे वही मै चलूँगा
- हरी का भजन करो
- हर स्वांस में हो सुमिरन
- मेरे बाँके बिहारी सवरिया
- हे गोविन्द हे गोपाल
- तेरी मन्द मन्द मुसकनियां पे
- तेरे नैना वडे रसीले
- तेरे द्वार खडा
- हरी वामन भेष
- रूप वामन को
- तेरी लहर मन भाई
- भये प्रगट कृपाला
- जनम लियौ रघुरईया
- जायौ कौशल्या रानी
- राघव को मैं ना दूंगा
- चले यज्ञ की रक्षा करने
- लागल जनकपुर में मेला
- देखकर राम जी को जनकनंदनी
- शिव धनुश तोडा राम ने
- झुक जईयो तनक रघुवीर
- चारौ दूल्हा मैं बडका कमाल
- छोड चले आज हमारे राम
- मेरी नैया में लक्ष्मण राम
- मईया री तेंने का ठानी मन में
- राम भक्त ले चला रे
- राम रामा रटते रटते
- बोल बोल कागा
- राम कहानी सुनो रे राम कहानी
- मेरे लखन दुलारे
- दुनिया में देव हजारौ
- सीता राम दरस रस
- भज मन राम चरण
- दुनियां चले ना
- श्रीराम जानकी बैठे है
- नंद के आंनद भयौ
- चलौ देख आवै
- व्रज में है रही जै जै कार
- नंद जू के अंगना में
- धन्य धन्य व्रज भूमी
- रून झुन रून झुन
- कन्हैयां झूलै पलना
- जुग जुग जीवै
- राधिका गोरी से
- तेरे लाला ने
- मारै मत मैया
- एक दिन ग्वालिन सव
- मेरी दहिये पी गयौ
- तोय काउ दिन
- समझाय लीजौ
- अरी मैया कन्हैया की
- सुन री यशोदा मैया
- छोटी छोटी गइया
- कालीदह पे खेलन आयौ री
- ताण्डव गति
- में तो गोवर धन कू
- श्री गोवरधन महाराज
- गिरराज धरण
- तेरे सव शंकठ मिट जाय
- अर्पण करके
- गोवर धन वासी सांवरे
- वाजै रे मुरलिया वाजै
- गोकुल में देखो
- तेरी अखियां है
- मेरे बांके विहारी पिया
- रास रच्यै है
- वासुरी वजावै प्यारौ नन्दलाल
- छोड़ वृन्दाविपिन
- कृष्ण लेते है
- श्री कृष्ण गोविन्द
- ऊधौ मोय व्रज
- ऊधौ मईया कं
- हम प्रेम दिवानी
- पंक्षी ले जा रे
- गोविन्द चले आओ
- अपना चन्दा सा
- तेरे वगैर
- आओ सखी पाती
- श्याम तन श्याम मन
- आओं मेरी सखियो
- मेरे सरकार का
- मेने महदी रचाई रे
- तेरा किसने किया
- कजरारे मोटे मोटे
- जरी की पगडी
- दूल्हा बने है
- चौक पुरावौ
- मुझे अपनी तू
- देख लिया संसार
- अरे द्वार पालो
- वन आये की वात
- कैसे विहाल
- मुझे तुमने दाता
- मिलन सात दिन
- किसी से उनकी मन्जिल क
- तेरे ऐहसान
- आ जाइयो श्याम बरसाने
- ऐसी होरी तोय खिलाऊ
- सुन ले वृषभान किशोरी
- मेरी चुनरी मै लग गयौ
- मुकुट सिर मोर का
- तेरी मुरली दी मिट्टी तान पे
- मेरे दिल को
- भूलो मत प्यारे
- श्याम सपनों में आता क्यों न
- बाँके बिहारी की देख छटा
- मेरी लगी श्याम संग प्रीत
- फूलौ में सज रहे है
- मेरा आपकी कृपा से
- परदे में बैठे बैठे
- मोहन से दिल क्यूँ
- मुझे चरणो से लगा लै
- जगत प्रीत
- मेली चादर ओढिके कैसे
- एक कोर कृपा की कर दो
- तुम हमारे प्रभु जी
- हरी हम कव होंगे
- राधा रानी हमारी
- लाडली अद्भुद नजारा
- कृष्ण कहने तर जायेगा
- सड्डे माखना दा भोग
- ऐसा वनादो श्याम
- नैनन में श्याम समागौ
- आना आना बिहारी
- मीठे रस से भरोड़ी
- अभी तो जगाया
- मेरो कान्हा गुलाव को
- ओ कैसे जिऊ में राधारानी
- तेरे चरणो मे तो जीवन
- मेरा दिल तुझपे कुर्वा
- श्याम तेरी वंशी वजै -
- सब कुछ दिया है तुमने
- सवरिया ऐसी तान सुना
- भरदे श्याम झोली भर दे
- चारो धामो से निराला
- मुरली बजाने वाले
- तेरे नाम की ओढ़ चुनरिया
- एक वार हमसे सांवरे
- मांगा है मैंने श्याम से
- सहारा मिलेगा सहारा मिलेगा
- बांके बिहारी की अखियां
- ओ कान्हा तेरी वांसुरी
- मुरली वजाने वाले
- मै तो बांके की बांकी वन
- रात सखी सपने में
- मुझको यकीन है आयेगा
- कुछ ना बिगडेगा हरि
- बांके बिहारी से कुज बिहारीसे
- कैसा मेला लगाया तू नेश्याम
- प्रेम नगर की डगर है कठिन
- बिहारी व्रज में घर मेरा
- मेरे रमण विहारी लाल
- मन मोहन तुम्हें रिझाऊँ
- है सब से शोभा न्यारी
- श्याम से नैना कजरारे सखी
- मोहन नैन आपके
- तुम्हारी याद आती है
- मेरा दिल तो दिवाना हा
- काली कमली वाला मेरा
- मेरे उठे विरह की पीर
- श्याम के विन आधी
- श्याम सलौनी सूरत के
- लगन तुमसे लगा वैठे
- मुझे ऐसी लगन तू लगा दे
- तेरी भोली सी सूरत सव
- देना हो तो दीजिए जनम
- मुझे राधे राधे कहने देओ
- गोरी कव तक नैन चुरावैगी
- मिला दो श्याम से ऊधो
- गुण रूप भरी श्सामा प्यारी
- काहे तेरी अखियो में पानी
- ऐसी लागी लगन मेरा
- नैनन की मोय मार कटारी
- मेरे रंग में रंग हर जमाना
- मोय आन मिलो घनश्याम
- ऐसो चटक मटक सो ठाकुर
- अनूपम माधुरी जोड़ी
- मन मोहन तुम्हें रिझाऊँ
- सुन बरसाने वाली गुलाम
- लूट के ले गया दिल
- सूनी गोकुल नगरिया आजा
- हे लाड़ली अवसुध लीजै
- क्या सोच करे पागल
- हम पै भी एक नजर
- सदा शिव सर्व वरदाता
- ॐ नम: शिवाय परात्परा
- हमें राधारानी तेरे
- मिश्री से भी मीठो
- जानकी नाथ सहाय
- मुरली धरा मन मोहना
- य जय श्यामा
- हमारो धन राधा
- कृष्ण कहने से तर जायेगा
- ठाकुर हमारे रमण विहारी
- जय राधा माधव जय
- जय मदन मुरारी
- हे कृष्ण गोपाल हरी
- हे बाँकेबिहारी गिरिधारी
- नन्हा सा फूल हूँ
- जो शरण गुरु की आया
- भगवान के सच्चे भक्तों को
- मुझको ऐसा दो संगीत
- भाव का भूखा हूँ
- मानव जनम अनमोल रे
- मैं नहीं मेरा नहीं
- जायेगा जब यहाँ से
- तीन बार भोजन
- उठ जाग मुसाफिर
- भक्त को भगवान का चिन्तन होगा
- हुई हमसे नादानी तेरी महफिल
- मुझे मेरी मस्ती
- गोविन्द गा ले
- प्रभु तेरी मेहरबानी
- सुने री मैंने निरबल
- लिखन वालिए
- यह प्रेम सदा भरपूर रहे
- किस देवता ने आज
- भज राधे गोविन्द रे
- चोला मेरा रंग दे
- काशी घूम लो
- मन्दिर में ना मिलेंगे
- ना मैं मीरा ना मैं राधा
- तेरा पल पल बीता
- भजनारायण-भजनारायण
- राजा दशरथ जू के द्वार
- सीताराम जी की प्यारी
- मुझे रघुवर की सुधि
- राम रमईया गायेजा राम से
- तेरी मर्जी का मैं हूँ गुलाम
- राम जी से पूछे जनकपुर की
- कब आयेगा मेरा
- राधे को नाम अनमोल
- नन्दोत्सव के पद
- आ गया आ गया
- नन्दरानी की खुली
- कान्हा का हुयो अवतार
- अरी नन्द यशोदा के
- ओ बाजै - बाजै री बधाई
- एक जोगी खड़ा तेरे द्वार
- जियो श्याम लाला
- मैया मोरी मैं नहीं माखन
- मक्खण खा गया बिहारी
- माँगत माखन रोटी
- चोरी चोरी माखन कूँ
- मतवारी याकी चाल
- आऊँगी कन्हैया बड़ी भोर
- कानों में कुण्डल गल
- नैनन में श्याम समायगो
- एक दिन तू मेरी गली
- नयनों में नींद भर आई
- ऐ श्याम तेरी वंशी पागल
- तेरी जय हो कुञ्जबिहारी
- रे मुरलिया हरि की
- वंशी बजाय गयो
- जमुना किनारे मेरो गाँव
- बाँके बिहारी की बाँकी मरोर
- सांवरे रसिया से अपनी
- नैना लड़े मुरलिया वारे
- सपनों में आने वाले
- तेरे बिना दिलदार
- चलो रे मन श्रीवृन्दावन धाम
- श्री वृन्दावन धाम अपार
- हमारी गली आना
- छटा तेरी तीन लोक से
- सात कोस बारे मतवारे
- तू एक बार आजा
- छप्पन भोग पद
- मेरे बांके बिहारी लाल
- राधे राधे गाये जा
- हमें तो जोगनिया
- तीनों लोकन से न्यारी
- तेरी बदल जाये तकदीर
- अब तो लगी लगन
- ये तो प्रेम की बात
- उधो मोहे सन्त लगे
- श्याम नहीं आये
- मेरे सिर पर हाथ रख
- मेरी करूणामयी सरकार
- कन्हैया ले चल पल्ली पार
- मुझे तुमने दाता बहुत
- कर दो कर दो बेड़ा
- लेलो बिहारी नन्दलाल
- अपनी धुन धुन में रहता हूँ
- मेरी खुशियों का रहा न ठिकाना
- जय जय राधारमण हरि बोल
- सांवरिया मीठी-मीठी
- अपनी वाणी में अमृत घोल
- तेरे चरण कमल में
- श्रीराधा नाचै कृष्ण नाचै
- जब हंस अकेला उड़
- किसने सजाया तुमको
- नी मैं हथविच लैंके इकतारा
- मैं तो नाचूँगी तेरे दरबार
- रसिया को नारि बचाओ री
- होरी खेले तो आ जइयो
- मेरे उठे हृदय में हिलोर
- उड़तो रंग गुलाल रसिया होरी में
- आज बिरज में होरी रे
- फाग खेलन बरसाने
- हम परदेशी फकीर
- आग लगे इन बांसन
- जाको प्रेम भयो मनमोहन
- निसदिन बरसत नैन हमारे
- नाथ अनाथन की सुध लीजै
- गाइये गणपति जग वन्दन
- गुरु महिमा
- मेरे सतगुरु दीनदयाल
- तेरी अँखियाँ हैं जादू भरी
- सब काम कर रहे हैं, श्रीराम जी
- दाता तेरा मेरा प्यार
- आज अयोध्या की गलियों में
- मुरली बजाके मोहना
- मेरा गोपाल गिरधारी
- मेरी लगी श्याम संग प्रीति
- मतवारी जाकी चाल
- किसी के काम जो आए
- सुना है तारे हैं तुमने लाखों
- नन्दलाल प्यारे, यशुदा दुलारे
- जिस देश में, जिस वेश में
- कृष्ण कहने से तर जाएगा
- राम का नाम लेकर
- श्री राधे गोपाल भजि मन
- न तो रूप है, न तो रंग है
- थाली भर के ल्याई खीचड़ौ
- हो गए भव से पार
- छोटी सी किशोरी मेरे
- सरस किशोरी, वयस की थोरी
- प्रेम नगर की डगर है
- रे मन मूरख, कब तक
- मेरे तो गिरधर गोपाल
- बीत गए दिन भजन बिना रे
- दरबार में बंशी वाले के
- दरबार हजारों देखे हैं पर
- चले जाऐंगे हम बिहारी जी
- वृन्दावन की गलियन डोल
- कृष्ण गोविन्द गोपाल
- गिरधर जी की आरती
- छप्पन भोग पद
- श्री भागवत भगवान की
- बालकृष्ण जी की आरती
- उतारौ हे सखियां
- आरती जय जगदीश हरे
- आरती श्रीभागवत की
- श्यामा तेरी आरती
- आरती कुञ्ज बिहारी की
- मन में बसाकर तेरी मूर्ति
- दिव्य दम्पति की आरती
- चेतावनी
- व्रज महिमा
- प्रेम और विरह
- नाम महिमा
400+ Bhajan Lyrics List / भजन संग्रह कथानक सूची
Top 100 + Krishna Bhajan Lyrics List | कृष्ण भगवान के भजन लिरिक्स
{ 2 }
बाँके बिहारी रे दूर करो दुख मेरा
बाँके बिहारी रे दूर करो दुख मेरा ।
सुना है जो तेरे दर पै आवे, तन मन के दुखडे मिट जावें ।
जब आवै शरण तिहारी रे ॥ दूर ॥ ..
जनम जनम का मै हूँ भटका, बेडा आय भंवर में अटका।
पार करो गिरधारी रे / दूर ॥
शबरी अहिल्या गणिका तारी, मीरा तुमने पार उतारी।
मुकुट अब आई हमारी बारी रे ॥ दूर ॥
पीताम्बर धारी, संग में हो वृषभानु दुलारी ।
मोहन गिरवर धारी रे दूर ॥
Top 100 + Krishna Bhajan Lyrics List | कृष्ण भगवान के भजन लिरिक्स
{ 3 }
कर दो दूर प्रभु मेरे मन में
कर दो दूर प्रभु मेरे मन में अन्धेरा
हैं।
जब से तेरी लगन लगी हुआ मन में सवेरा
हैं।
हरि तुमसे बिछडे हुये कई युग बीत गये।
अब आन मिलो प्रियतम मेरे मन में प्यार तेरा है
।
इतना तो बता दो मुझे मेरी मंजिल है
कहाँ।
अब ले चलो मुझको वहाँ जहाँ संतो का
डेरा है।
जब से तेरी लगन लगी मेरे मन में कलियाँ खिली।
अब जाग उठी किस्मत हुआ दर्शन तेरा है।
दर्शन पाये बिना तेरे दर से हटेंगे नही
।
अब हमने डाल दिया तेरे दर पर डेरा है ॥
Top 100 + Krishna Bhajan Lyrics List | कृष्ण भगवान के भजन लिरिक्स
{ 4 }
चलौ मन श्रीवृन्दावन धाम
चलौ रे मन श्री वृन्दावन धाम, रटेंगे राधे-राधे नाम।
मिलेंगे कुञ्ज बिहारी, ओढिके कामरि कारी ॥
प्रात: होत ही श्री यमुना में न्हावेंगे।
परिक्रमा दे जीवन सफल वनावेंगे ॥
तेरे होंगे पूरण काम, रटेंगे राधे-राधे नाम ॥ मिलेगें........
दूर-दूर से नर नारी यहां आते है,
दर्शन करके जीवन सफल वनाते है
क्यौ भटके खामाखाम रटेगे राधे राधे नाम
॥ मिलेगे...
सिर्फ साल में एक वार होय मंगला है
नित्य नये वने तोरके फूल बंगला है
तेरो मन पावे विश्राम रटेगे राधे राधे नाम ॥
मिलेगे..........
Top 100 + Krishna Bhajan Lyrics List | कृष्ण भगवान के भजन लिरिक्स
{ 5 }
मन चल रे वृन्दावन धाम
मन चल रे वृन्दावन धाम राधे राधे
गायेंगे।
राधे राधे गायेंगे श्यामा श्यामा
गायेंगे तोकूँ वही पे मिलेंगे श्यामा श्याम॥
वृन्दावन में बाँके बिहारी,
ओढि के बैठो कामरिया कारी ।
तोहे मिल जाये घनश्याम ॥
वृन्दावन में राधा रानी,
मुक्ति भी यहाँ भर रही पानी ।
याके चरण पड्यो है श्याम राधे राधे
गायेंगे।
अब तो आस यही मेरे मन की,
धूल बनूँ मै श्रीचरनन की।
श्रीराधा चरण विश्राम राधे राधे गायेंगे ।
Top 100 + Krishna Bhajan Lyrics List | कृष्ण भगवान के भजन लिरिक्स
{ 6 }
वृन्दावन धाम अपार'
वृन्दावन धाम अपार रटैजा राधे राधे
रटैजा राधे राधे भजैजा राधे राधे
जो राधा राधा गावै, वो प्रेम पदारथ पावै
वाकौ है जाय वेडा पार रटैजा.........
जो राधा नाम न होतो, रसराज विचारौ रोतौ
नही होते कृष्ण अवतार रटैजा.........
वृन्दावन ये `की लीला, मत जानौ गुण कौ चीला
यामें ऋषी मुनी गये हार रटैजा........
वृन्दावन रास रचायौ, शिव गोपी रूप वनायौ
वंशी वट कियौ विहार रटैजा.
ये प्रेम की अकथ कहानी, नाय समझें ज्ञानी ध्यानी
याहे जानें विरज की नारि रटैजा.......
तू वृन्दावन में आयौ, तेने राधा नाम न गायौ
तेरे जीवन कू धिक्कार रटैजा........
Top 100 + Krishna Bhajan Lyrics List | कृष्ण भगवान के भजन लिरिक्स
{ 7 }
कोई कह गोविन्द कोई गोपाला
कोई कहे गोविन्द कोई गोपाला ।
मैं तो कहु सावरिया बासुरियाँ वाला ॥
राधा ने श्याम कहा मीरा ने गिरधर ।
कृष्णा ने कृष्ण कहा कुब्जा ने नटवर ॥
ग्वालो ने तुमको पुकारा गोपाला ||
मैया तो कहती है तुमको कन्हैया
घनश्याम कहते है बलराम भैया ॥
सूरा की आँखौ के तुम हो उजाला ॥
भीष्म जी के बनबारी अर्जुन के मोहन ।
छलिया ही कह के बुलाये दुर्योधन ॥
कंसा तो कहता है जलकर के काला ॥
अच्युत युद्धिष्ठिर के ऊधो के माधव ।
भक्तों के भगवान संतो के केशव ॥
संत सभी भजते है कहकर कृपाला ।
Top 100 + Krishna Bhajan Lyrics List | कृष्ण भगवान के भजन लिरिक्स
{ 8 }
नटवर नागर नंदा'
नटवर नागर नंदा, भजो रे मन गोविन्दा |
श्याम सुन्दर मुख चन्दा, भजो रे मन गोविन्दा |
तू ही नटवर, तू ही नागर, तू
ही बाल मुकुन्दा ॥ भजो रे मन गोविन्दा..
सब देवन में कृष्ण बड़े हैं, ज्यू तारों में चन्दा ॥ भजो रे मन गोविन्दा...
सब सखियन में राधा जी बड़ी है, ज्यूं नदियों में गंगा ॥ भजो रे मन
गोविन्दा.........
ध्रुव तारे प्रह्लाद उबारे, नरसिंह रूप धरन्दा ॥भजो रे मन गोविन्दा.....
कालीदह में नाग ज्यों नाथौ फण-पर नृत्य
करन्दा ॥ भजो रे मन गोविन्दा........
वृन्दावन में रास रचायो, नाचत बाल मुकुन्दा ॥ भजो रे मन गोविन्दा......
मीरा के प्रभु गिरधर नागर, काटो यम का फन्दा॥ भजो रे मन गोविन्दा..
Top 100 + Krishna Bhajan Lyrics List | कृष्ण भगवान के भजन लिरिक्स
{ 9 }
संतन के संग संग लाग रे
संतन के संग लाग रे तेरी अच्छी बनेगी
अच्छी बनेगी तेरी बिगडी बनेगी! संतन
के.
ध्रुव जी की बन गयी प्रहलाद जी की बन गयी
हरि सुमिरन में लाग रे तेरी अच्छी बनेगी! संतन
के....
कागा ते तोय हंस करेंगे
मिट जाये उर के दाग रे तेरी अच्छी
बनेगी ! संतन के.....
मोह निशा में बहुत दिन सोये
जाग सकै तो जाग रे तेरी अच्छी बनेगी! संतन
के...
सुत वित नारि तीन आशायें
त्याग सकै तो त्याग रे तेरी अच्छी
बनेगी ! संतन के.......
कहत कवीर राम सुमिरन में
पाग सकै तो मन पाग रे तेरी अच्छी बनेगी ! संतन
के........
{ 10 }
जायेगा जब यहाँ से
जायेगा जब यहाँ से कुछ भी ना साथ होगा।
दो गज़ कफन का टुकड़ा तेरा लिवास होगा।
मरते ही घर से बाहर रख देंगे तेरे बदन को ।
आकर के झट उठा लें हरिजन तेरे कफन को ।
पीटेगा छाती आपनी कुनबा उदास होगा। दो गज़
काँधे पे रख ले जायें परिवार वाले तेरे
।
यमदूत लै पकड़ कर डोलैगे घेरे-घेरे ।
दे देगा आग तुझको बेटा जो खास होगा ॥
दो गज़
मिट्टी में मिले मिट्टी बाकी की राख होगी।
सौने सी तेरी काया जलकर के खाक होगी।
दुनिया को छोड़ तेरा मरघट में वास होगा ॥ दो
गज़
Top 100 + Krishna Bhajan Lyrics List | कृष्ण भगवान के भजन लिरिक्स
{ 11 }
मुझे ऐसी लगन
तू लगा दे
मुझे ऐसी लगन
तू लगा दे, मैं
तेरे बिना पल ना रहूं,
मन में
प्रेम वाला दीप जला दे, मैं
तेरे बिना पल ना रहूं॥
जैसे
जल बिन मछली पल ना जिए,
वैसे
तड़पुं मैं घडी घडी तेरे लिए,
नशा
प्रेम वाला ऐसा चढ़ा दे, मैं
तेरे बिना पल ना रहूं,
मुझे
ऐसी लगन तू लगा दे, मैं
तेरे बिना पल ना रहूं.....
तेरे
चरणों की धूलि मैं मैं मिल जाऊं,
अब आस
यही कहीं दूर ना जाऊं,
ऐसी
भक्ति का रंग चढ़ा दे, मैं
तेरे बिना पल ना रहूं,
मुझे
ऐसी लगन तू लगा दे, मैं
तेरे बिना पल ना रहूं.....
तूने
दिल को चुराया मैंने कुछ ना कहा,
तूने
बड़ा तड़पाया मैंने कुछ ना कहा,
अब ऐसी
झलक तू दिखा दे, मैं
तेरे बिना पल ना रहूं,
मुझे
ऐसी लगन तू लगा दे, मैं
तेरे बिना पल ना रहूं.....
{ 12 }
जिसको जीवन में मिला सतसंग है।
जिसको जीवन में मिला सतसंग है। उसको हर घड़ी आनन्द ही आनन्द है।
जिसका हरि से जुड़ा सम्बन्ध है, उसको हर घड़ी आनन्द ही आनन्द है।
तुलसी मीरा कबीर ने गाया, सूरदास
ने दर्शन पाया।
जिसके हृदय में राम नाम वन्द है,उसको हर घड़ी आनन्द ही आनन्द है। -
जिसका जीवन सच्चाई में ढल गया, उसके पापों का पर्वत भी गल गया।
रोम-रोम में बसे गोविन्द हैं, उसको हर घड़ी आनन्द ही आनन्द है।
संत ऋषियों की वाणी को मानो, तत्त्व क्या है जगत का ये जानो।
जिसका चौरासी से कट गया फंद है,उसको हर घड़ी आनन्द ही आनन्द है।
निन्दा चुगली न जिसको सुहाऐ। बुरी संगत भी रंगत न भाये।
जिसको सतसंग ही हरदम पंसद है।।उसको हर घड़ी.......... )
स्वर्ग जाने की इच्छा नहीं है, मुक्ति पाने की इच्छा नहीं है।
साधु संतों को परमानन्द है, उसको हर घड़ी आनन्द ही आनन्द है।
krishna bhajan in hindi
कृष्ण भजन हिंदी में लिखितकृष्ण भजन डायरी
राधा-कृष्ण के भजन लिखे हुए
कृष्ण भजन mp3
अच्छे अच्छे भजन
राधा कृष्ण, के न्यू भजन
पुराने भजन
{ 13 }
कुछ नहीं
बिगड़ेगा तेरा
कुछ नहीं
बिगड़ेगा तेरा, हरी
शरण आने के बाद,
कुछ
नहीं बिगड़ेगा तेरा, हरी
शरण आने के बाद ॥
हर ख़ुशी
मिल जायेगी तुझे, चरणों
में झुक जाने के बाद,
कुछ
नहीं बिगड़ेगा तेरा, हरी
शरण आने के बाद,
कुछ
नहीं बिगड़ेगा तेरा, हरी
शरण आने के बाद ॥
प्रेम
के मंजिल के राही, कष्ट
पाते हैं मगर,2
बीज़
फलता है सदा, मिट्टी
में मिल जानें के बाद,
कुछ
नहीं बिगड़ेगा तेरा, हरी
शरण आने के बाद,
देख़कर
काली घटा को, ए
भ्रमर मत हो निराश,2
बंद
कलियाँ भी खिलेंगी, रात ढल
जानें के बाद,
कुछ
नहीं बिगड़ेगा तेरा, हरी
शरण आने के बाद ॥
पूछों
इन फूलों से जाकर, छाई है
कैसे बहार,2
कब तलक
काँटों पे सोया, डाल पर
आने के बाद,
कुछ
नहीं बिगड़ेगा तेरा, हरी
शरण आने के बाद ॥
जब तलक
है भेद मन में, कुछ
नही कर पाएगा,
रंग
लाएगा ये साधन, भेद
मिट जाने के बाद,
कुछ
नहीं बिगड़ेगा तेरा, हरी
शरण आने के बाद,
हर
ख़ुशी मिल जायेगी तुझे,चरणों
में झुक जाने के बाद,
कुछ
नहीं बिगड़ेगा तेरा, हरी
शरण आने के बाद ॥
{ 14 }
सब जग को रही
नचाये,हरिमाया
जादूगरनी
सब जग को रही
नचाये,हरिमाया
जादूगरनी
अति
अदभुत खेल रचाय्, हरिमाया
जादूगरनी..
कोऊ
याको पार ना पावे, यह
सबको नाच नचावै
दुख
में सुख को दरसाये, हरिमाया
जादूगरनी.....
जाके
बस में चराचर नाचै कोई कृपा पात्र जन बान्चे
जेहि सद्गुरू
लेहि बचाय्,हरिमाया
जादूगरनी.....
जब
पन्थ न कोई सूझे तब जाये गुरु जी से बूझे,
बचिवै
को कौन उपाय्, हरिमाया
जादूगरनी....
जो राम
नाम नित बोले सो यासो निर्भय डोले
दई
गुरुवर गैल बताय्, हरिमाया
जादूगरनी.....
नहि और
कछु बस मेरो ''राजेश '' चरन को चेरो
गुरु
कृपा पै बलि बलि जाय्, हरिमाया
जादुगरनी.....
{ 15 }
संतन के संग
लाग रे
संतन के संग
लाग रे, संतन
के संग लाग रे,
तेरी
भली बनेगी संतन के संग
हंसन
की गति हंस हि जानै,
क्या
जाने कोई काग रे ,
संतन
के संग.......
संतन
के संग पूर्ण कमाई,
होय
बडो तेरे भाग रे,
संतन
के संग......
ध्रुव
की बनी प्रह्लाद की बन गई,
गुरू
सुमिरन बैराग रे ,
संतन
के संग.......
कहत
कबीरा सुनो भाई साधो,
राम
भजनमें लाग रे,
संतन
के संग.........
{ 16 }
जो करते रहोगे
भजन धीरे धीरे
जो करते रहोगे
भजन धीरे धीरे,
तो मिल
जायेगा वो सजन धीरे धीरे,
अगर
प्रभु से मिलने की दिल में तमन्ना,
करो
शुद्ध अन्तःकरन धीरे धीरे,
जो
करते रहोगे भजन धीरे धीरे.......
कोई
काम दुनिया में मुश्किल नहीं है,
जो
करते रहोगे यतन धीरे धीरे,
जो
करते रहोगे भजन धीरे धीरे
तो मिल
जायेगा वो सजन धीरे धीरे
करो
प्रेम से भक्ति सेवा हरी की,
करो
प्रेम से भक्ति पूजा हरी की,
तो मिल
जायेगा वो रतन धीरे धीरे,
जो
करते रहोगे भजन धीरे धीरे,
तो मिल
जायेगा वो सजन धीरे धीरे,
{ 17 }
हरी नाम नहीं
तो जीना क्या
हरी नाम नहीं
तो जीना क्या
अमृत
है हरी नाम जगत में,
इसे
छोड़ विषय रस पीना क्या
काल
सदा अपने रस डोले,
ना
जाने कब सर चढ़ बोले।
हर का
नाम जपो निसवासर,
अगले
समय पर समय ही ना॥
भूषन
से सब अंग सजावे,
रसना
पर हरी नाम ना लावे।
देह
पड़ी रह जावे यही पर,
फिर
कुंडल और नगीना क्या॥
तीरथ
है हरी नाम तुम्हारा,
फिर
क्यूँ फिरता मारा मारा।
अंत
समय हरी नाम ना आवे,
फिर
काशी और मदीना क्या॥
krishna bhajan in hindi
कृष्ण भजन हिंदी में लिखितकृष्ण भजन डायरी
राधा-कृष्ण के भजन लिखे हुए
कृष्ण भजन mp3
अच्छे अच्छे भजन
राधा कृष्ण, के न्यू भजन
पुराने भजन
{ 18 }
सुख भी
मुझे प्यारे है दुःख भी मुझे प्यारे है,
सुख भी मुझे प्यारे है दुःख भी मुझे प्यारे है,
छोडू
मैं किसे भगवन दोनों ही तुम्हारे है,
दुःख
चाहे ना कोई भी सब सुख को तरस ते है,
सुख
में सब हस्ते है दुःख में सब रोते है,
सुख
मिले जिसे उसने दुःख भी तो सहारे है,
छोडू
मैं किसे भगवन दोनों ही तुम्हारे है,
मैं
कैसे कहू मुझको ये देदे या वो देदे,
जो भी
तेरी मर्जी है मर्जी से जो देदे,
मैंने
तो तेरे आगे ये हाथ पसारे है,
छोडू
मैं किसे भगवन दोनों ही तुम्हारे है,
सुख
में तेरा शुकर करू दुःख में फरयाद करू,
जिस
हाल में तुम रखो मैं तुम को याद करू,
यादो
में वियोगी ने ये गीत सवारे है,
छोडू
मैं किसे भगवन दोनों ही तुम्हारे है,
{ 19 }
लागी लगन मत
तोडना
हरि जी मेरी
लागी लगन मत तोडना |
लागी
लगन मत तोडना, प्यारे
लागी लगन मत तोडना ||
खेती
बोआई मैंने तेरे नाम की,
मेरे
भरोसे मत छोडना |
हरि जी
मेरी लागी लगन मत तोडना ||
जल है
गहरा, नाव
पुरानी,
बीच
भवर मत छोडना |
हरि जी
मेरी लागी लगन मत तोडना ||
तूही
मेरा सेठ है, तू ही
साहूकार है
ब्याज
पे ब्याज मत जोड़ना |
हरि जी
मेरी लागी लगन मत तोडना ||
{ 20 }
हर साँस में हो
सुमिरन तेरा
हर साँस में हो
सुमिरन तेरा,
यूँ
बीत जाये जीवन मेरा
तेरी
पूजा करते बीते साँझ सवेरा
यूँ
बीत जाये जीवन मेरा
नैनो
की खिड़की से तुमको पल पल मै निहारूँ
मन में
बिठालू, तेरी
आरती उतारूँ
डाले
रहू तेरे चरणों में डेरा,
यूँ
बीत जाए जीवन मेरा
हर
साँस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ
बीत जाए जीवन मेरा
जो भी
तेरा प्यारा हो, वो
मेरे दिल का प्यारा हो
मेरे
सर का ताज मेरी आँखों का तारा हो
सबमे
निहारूँ रूप सुनहरा,
यूँ
बीत जाए जीवन मेरा
हर
साँस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ
बीत जाए जीवन मेरा
प्यार
हो, सत्कार
हो, एतबार
हो तुम्हारा
सुख भी
हो सारे और याद हो इशारा
हो
आत्मा पर तेरा ही डेरा,
यूँ
बीत जाए जीवन मेरा
हर
साँस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ
बीत जाए जीवन मेरा
तेरी
पूजा करते बीते साँझ सवेरा,
यूँ
बीत जाए जीवन मेरा
हर
साँस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ
बीत जाए जीवन मेरा
प्यारे
यूँ बीत जाए जीवन मेरा
राधे
राधे गोविन्द, गोविन्द
राधे
राधे
राधे गोविन्द, गोविन्द
राधे
गोविन्द
राधे, गोपाल
राधे
गोविन्द
राधे, गोपाल
राधे
{ 21 }
मुझे तूने दाता बहुत कुछ दिया
मुझे तूने दाता बहुत कुछ दिया तेरा शुक्रिया है
मुझे तूने भगवन बहुत कुछ दिया तेरा शुक्रिया है
ना मिलती अगर दी हुयी दान तेरी
ज़माने में क्या थी औकात मेरी
मुझे तूने जीने के काबिल किया है
तेरा शुक्रिया है तेरा शुक्रिया है
किया कुछ नही है शर्मसार हु मै
तेरी रहमतो की तलबगार हु मै
दिया कुछ नही बस लिया ही लिया है
तेरा शुक्रिया है तेरा शुक्रिया है
तेरी रहमतो का इशारा ना होता
तो दुनिया में मेरा गुजाराना होता
उसे क्या कमी जो तेरा हो गया है
तेरा शुक्रिया है तेरा शुक्रिया है
मुझे है सहारा तेरी बंदगी का है
जिसपर गुजारा मेरी जिंदगी का
मिला मुझको जो कुछ तुम्ही ने दिया है
तेरा शुक्रिया है तेरा शुक्रिया है
krishna bhajan in hindi
कृष्ण भजन हिंदी में लिखितकृष्ण भजन डायरी
राधा-कृष्ण के भजन लिखे हुए
कृष्ण भजन mp3
अच्छे अच्छे भजन
राधा कृष्ण, के न्यू भजन
पुराने भजन
{ 22 }
कृपा
की न होती जो, आदत
तुम्हारी
कृपा
की न होती जो, आदत
तुम्हारी
तो
सूनी ही रहती, अदालत
तुम्हारी
गोपाल
सहारा तेरा है ,
हे नंद
लाल सहारा तेरा है ,
मेरा
और सहारा कोई नहीं
गोपाल
सहारा तेरा है ,
हे नंद
लाल सहारा तेरा है ,,,,,,,,,
ओ दीनो
के दिल में, जगह
तुम न पाते
तो किस
दिल में होती, हिफाजत
तुम्हारी
कृपा
की न होती जो,,,
ग़रीबों
की दुनियाँ है, आबाद
तुमसे ,
ग़रीबों
से है, बादशाहत
तुम्हारी ,
कृपा
की न होती जो,,,,,,
न
मुल्जिम ही होते, न तुम
होते हाकिम,
न
घर-घर में होती, इबादत
तुम्हारी ,
कृपा
की न होती जो,,,
तुम्हारी
ही उल्फ़त के, द्रिग
‘बिन्दु’ हैं यह ,
तुम्हें
सौंपते है, अमानत
तुम्हारी ,
कृपा
की न होती जो,,,,,,,,,
{ 23 }
मारने वाला है भगवान
मारने वाला है भगवान, बचाने वाला है भगवान।
बाल ना बांका होता उसका, जिसका रक्षक दयानिधान ॥
जल थल अगन आकाश पवन पर केवल उसकी सत्ता।
प्रभु इच्छा बिना यहाँ पर हिल ना सके एक पत्ता।
उसी का सोचा यहाँ पे होता, उस की
शक्ति महान॥
त्याग दो रे भाई फल की आशा, स्वार्थ बिना प्रीत जोड़ो।
कल क्या होगा इस की चिंता, जगत पिता पर छोड़ो।
क्या होनी है क्या अनहोनी, सब का उसको ज्ञान॥
{ 24 }
जिसकी
लागी रे लगन भगवान में
जिसकी
लागी रे लगन भगवान में,
उसका
दिया रे जलेगा तूफ़ान में
जिसकी
लागी रे लगन भगवान में,
उसका
दिया रे जलेगा तूफ़ान में
तन का
दिया मन की बाती
हरी
भजन का तेल रे
काहे
को तू घबराता है
ये तो
प्रभु का खेल रे
जिसकी
लागी रे लगन भगवान में,
उसका दिया
रे जलेगा तूफ़ान में
इस
दुनिया में कौन बनाये
सबके
बिगड़े काम रे
अनहोनी
को होनी करदे
उसका
नाम है राम रे
जिसकी
लागी रे लगन भगवान में,
उसका
दिया रे जलेगा तूफ़ान में
{ 25 }
देना
हो तो दीजिए जनम
देना
हो तो दीजिए जनम जनम का साथ ।
अब तो
कृपा कर दीजिए, जनम
जनम का साथ ।
मेरे
सर पर रख बनवारी अपने दोनों यह हाथ ॥
देने
वाले श्याम प्रभु से धन और दौलत क्या मांगे ।
श्याम
प्रभु से मांगे तो फिर नाम और इज्ज़त क्या मांगे ।
मेरे
जीवन में अब कर दे तू कृपा की बरसात ॥
श्याम
तेरे चरणों की धूलि धन दौलत से महंगी है ।
एक
नज़र कृपा की बाबा नाम इज्ज़त से महंगी है ।
मेरे
दिल की तम्मना यही है, करूँ
सेवा तेरी दिन रात ॥
झुलस
रहें है गम की धुप में, प्यार
की छईया कर दे तू ।
बिन
माझी के नाव चले ना, अब
पतवार पकड़ ले तू ।
मेरा
रास्ता रौशन कर दे, छायी
अन्धिआरी रात ॥
सुना
है हमने शरणागत को अपने गले लगाते हो ।
ऐसा
हमने क्या माँगा जो देने से घबराते हो ।
चाहे
जैसे रख बनवारी, बस
होती रहे मुलाक़ात ॥
krishna bhajan in hindi
कृष्ण भजन हिंदी में लिखितकृष्ण भजन डायरी
राधा-कृष्ण के भजन लिखे हुए
कृष्ण भजन mp3
अच्छे अच्छे भजन
राधा कृष्ण, के न्यू भजन
पुराने भजन
{ 26 }
मानव जनम अनमोल रे
मानव जनम अनमोल रे मिट्टी में न घोल रे
अव जो मिला है फिर न मिलेगा कभी नही
कभी नहीं कभी नहीं रे
तू बुलबुला है पानी का मत कर जोश जवानी का
नेक कमाई कर ले वन्दे पता नही जिन्दगानी का
मीठा सब से वोल रे मिट्टी में न घोल रे॥ अव जो
मिला.
तू सतसंग में जाया कर गीत प्रभु के
गाया कर
सुवह साम तू वैठ के वन्दे ध्यान प्रभु
का लगाया कर
नही लगता कुछ मोल रे मिट्टी में न घोल
रे ॥ अव जो मिला.
मतलव का संसार है इसका नही ऐतवार है
सम्भल-सम्भल कर कदम बढाना फूल नही अंगार है
मन की आख़ै खोल रे मिट्टी में न घोल रे ॥ अव जो
मिला.
{ 27 }
जीते भी लकड़ी मरते भी लकडी देख तमासा
लकड़ी का
क्या जीवन क्या मरण कबीरा, खेल रचाया लकड़ी का
जिस पर तेरा जनम हुआ था वो पलंग था लकड़ी का
जव जव माँ ने लोरी सुनाई वो पलना था लकड़ी का
पढने गया जब पाठ शाला में लेखन पाटी
लकड़ी का
जव जव गुरू ने डर दिखलाया डंडा था वो
लकड़ी का
जहां पर तेरा व्याह रचाया, वो मंडप था लकडी का
वृद्ध हुआ जव चल न सका तो लिया सहारा लकड़ी का
मरते दम तक मिटा नही पाया, झगडा झगडी लकड़ी का
राम नाम की ज्योती जला ले मिटा जाये
झगड़ा लकड़ी का
{ 28 }
हम हो गये भव से
हम हो गये भव से पार लेकर नाम तेरा
बाल्मीक अति दीन दुखी था बुरे कर्म में सदा लीन
था
करी रामायण तैयार लेकर नाम तेरा! लेकर...
थे नल नील जाति के वानर राम नाम लिख
दिया शिला पर
हो गयी सेना पार लेकर नाम तेरा!
लेकर...
गज ने आधा नाम पुकारा गरूड़ छोड़ प्रभु दिया
सहारा
किया ग्राह संघार लेकर नाम तेरा! लेकर...
भरी सभा में द्रुपद दुलारी, कृष्ण द्वारिका नाथ पुकारी
वढ गया चीर अपार लेकर नाम तेरा!
लेकर...
{ 29 }
तेरी पार करेंगे नैया
तेरी पार करेंगे नैया भज कृष्ण कन्हैया
निश दिन भज गोपाल पियारे
मोर मुकुट पीताम्बर धारे ! भक्तो के रखवैया..
स्वांस स्वांस भज नंद दुलारे
वो ही बिगडे काज सम्हारे ! नटवर चतुर
रिझैया..
अर्जुन के हित रथ को हाँका
साँवरिया गिरधारी वाँका ! गीता ज्ञान
सुनैया......
ग्वाल वाल संग धेनु चरावै
लूट लूट कै माखन खावै ! कालीनाग नथैया.
भक्त सुदामा चावल लाये
बडे प्रेम से भोग लगायें ! कह कर भैया भैया..
{ 30 }
तारा है सारा जमाना श्याम
तारा है सारा जमाना श्याम हमको भी तारो
हमको भी तारो श्याम हमको भी तारो
हमने सुना है श्याम अहिल्या को तारा
पत्थर का करके बहाना । श्याम...
हमने सुना है श्याम सवरी को तारा
वेरौ का करके बहाना । श्याम...
हमने सुना है श्याम सुदामा को तारा
तन्दुल का करके बहाना। श्याम...
हमने सुना है श्याम द्रोपदी को तारा
चीर का करके बहाना । श्याम...
{ 31 }
मैं तो बाहर नहीं तात आऊँगा
मैं तो वाहर नही तात आऊँगा, गर्भ में रहकर हरी गुण गाऊगा
चाहे सुख में रहूं, चाहे दुख में रहूं, चाहे नरकों की सब यातनायें सहूं
में तो यही रहके प्रभु को रिझाउगा।
गर्भ....
चल रही मोह ममता भयंकर यहां, काम व्यापार चलता निरन्तर यहां
चैन सपने में भी नही पाऊगा। गर्भ.....
मुझको मुनिवर न वाहर बुलाना कभी, ना दे झूठे वादे बुलाये कभी
में तो गिरधर प्रभु की शरण जाऊगा।
गर्भ.....
{ 32 }
जो करते रहोगे भजन धीरे धीरे
जो करते रहोगे भजन धीरे धीरे, तो मिल जायेगा वो सजन धीरे धीरे
अगर उनसे मिलने की दिल तमन्ना, दिल तमन्ना
अगर उनसे मिलने की दिल तमन्ना, करो शुद्ध अन्त:करण धीरे धीरे
कोई काम दुनिया मुश्किल नहीं है, मुश्किल नहीं है
कोई काम दुनिया मुश्किल नही है, जो करते रहोगें यतन धीरे धीरे
करो प्रेम से भक्ति सेवा हरी की, सेवा हरी की
करो प्रेम से भक्ति सेवा हरी की, तो मिल जायेगा वो रतन धीरे धीरे
{ 33 }
अमृत है हरी नाम छोड
अमृत है हरी नाम जगत में छोड़ विषय विश
पीना क्या
हरी नाम नही तो जीना क्या
काल सदा अपने रस डोले, न जाने कब सिर चढ़ बोले
हरी का नाम जपो निश वासर, अगले समय समय ही ना। हरी नाम...
भूषण से सव अंग सजावे पर रसना पे हरी
नाम ना लावे
देह पडी रह जावे यही पर फिर कुण्डल और
नगीना क्या । हरी नाम...
तीरथ है हरी नाम तुम्हारा, फिर क्यो फिरता मारा मारा
अन्त समय हरि नाम न आवे, फिर काशी और मदीना क्या । हरी नाम...
krishna bhajan in hindi
कृष्ण भजन हिंदी में लिखितकृष्ण भजन डायरी
राधा-कृष्ण के भजन लिखे हुए
कृष्ण भजन mp3
अच्छे अच्छे भजन
राधा कृष्ण, के न्यू भजन
पुराने भजन
{ 34 }
जिसको जीवन मिला सतसंग
जिसको जीवन में मिला सतसंग है, उसे हर घड़ी आनंद ही आनंद है
जिसका हरी जुडा संम्बन्ध है उसे हर
घड़ी आनंद ही आनंद है
तुलसी मीरा कवीरा ने गाया, सूरदास ने दर्शन पाया
जिसके हृदय में राम नाम बंद है ! उसे हर
घड़ी.........
जिसका जीवन सच्चाई में ढल गया, उसके पापौ का पर्वत भी टल गया
रोम रोम में बसे गोविन्द है! उसे हर
घड़ी.....
संत ऋषियों की बाड़ी को मानो, तत्व क्या है जगत का ये जानो
उसका चौरासी कट जाये फंद है ! उसे हर घड़ी....
स्वर्ग जाने की इच्छा नहीं है मुक्ती
पाने की इच्छा नही है
स्वयं किशोरी ही परमानन्द है ! उसे हर
घड़ी..........
{ 35 }
वाह वाह रे मोज फकीरा की
वाह वाह रे मोज फकीरा की ।
कभी चबावे चना चबेना, कभी लपट ले खीरा की - वाह....
कभी तो ओढे शाल दुशाले, कभी गुदड़िया लीरा की - वाह...
कभी तो सोवे रंग महल में, कभी तो गली अहीरा की - वाह...
मंग-तंग के टुकड़े खाते, चाल चले है अमीरा की - वाह....
{ 36 }
मन लागा मोरा यार फकीरी में
मन लागा मोरा यार फकीरी में
जो सुख पावों नाम- भजनमें, सो सुख नाहि अमीरी में
भला-बुरा सबका सुन लीजै, कर गुजरान गरीबी में
प्रेम नगर में रहनि हमारी, भलि बनि आई सबूरी में
हाथ में कूँडी बगलमें सोंटा चारो दिसा जगीरी
में
आखिर यह तन खाक मिलैगा, कहा फिरत मगरूरी में
कहत कबीर सुनो भाई साधो, साहिब मिलै सबूरीमें
{ 37 }
सुख भी मुझे प्यारे है
सुख भी मुझे प्यारे है दु:ख भी मुझे प्यारे है
छोडू मै किस भगवन दोनो ही तुम्हारे है
सुख दुख ही तो दुनिया की गाडी को चलाते है।
सुख दुख ही हम सबको इन्सान बनाते है
संसार की नदिया के दानो ही किनारे है। छोडू ...
दुख चाहे ना कोई सब सुख को तरसते है ।
सुख में सब हँसते है दुख में सब रोते है
सुख मिले उसे जिसमें दुख ही तो सहारे है।
छोडू...
मै कैसे कहू मुझको सुख दो या दुख दो जो
भी तेरी मरजी हो, मरजी से मुझे दे दो
मैने तो तेरे आगे वस हाथ पसारे है । छोडू...
सुख में तेरा शुक्र करूं, दुख में फरियाद करूं
जिस हाल में तू रख्खे उस हाल में याद करूं
यादो में वियोगी ने ये गीत सवारे है | छोडू...
krishna bhajan in hindi
कृष्ण भजन हिंदी में लिखितकृष्ण भजन डायरी
राधा-कृष्ण के भजन लिखे हुए
कृष्ण भजन mp3
अच्छे अच्छे भजन
राधा कृष्ण, के न्यू भजन
पुराने भजन
{ 38 }
तेरे फूलो से भी प्यार
तेरे तेरे फूलो से भी प्यार तेरे कांटौ
से भी प्यार
तू जो भी देना चाहे दे दे मेरे सरकार
चाहे सुख दे या दुख, चाहे खुशी दे या गम
मालिक जैसे भी रखेगा वैसे रह लेंगे हम
चाहे हंसी भरा संसार चाहे आंसुओं के हार । तू
जो भी...
हमको दोनो है पसंद तेरी धूप और छाह
दाता किसी भी दिशा में ले चल जिन्दगी
की नाव
चाहे हमे लगा दे पार चाहे छोड हमे
मझधार । तू जो भी...
तेरी मर्जी में विधाता कोई छुपा वडा राज
दुनिया चाहे हमसे रूठे तू ना होना नाराज़
तूझे वन्दन है वार वार, हमको करले तू स्वीकार । तू जो भी...
{ 39 }
भीष्म स्तुती
इति मतिरुपकल्पिता वितृष्णा भगवति
सात्वत पुङ्गवे विभूम्नि ।
स्वसुखमुपगते क्वचिद्विहर्तुं
प्रकृतिमुपेयुषि यद्भवप्रवाहः ।।१।।
त्रिभुवनकमनं तमालवर्णं
रविकरगौरवराम्बरं दधाने ।
वपुरलककुलावृताननाब्जं विजयसखे
रतिरस्तु मेऽनवद्या || २ ||
युधि
तुरगरजोविधूम्रविष्वक्कचलुलितश्रमवार्यल तास्ये ।
मम निशितशरैर्विभिद्यमानत्वचि
विलसत्कवचेऽस्तुकृष्ण आत्मा ||३
।।
सपदि सखिवचो निशम्य मध्ये
निजपरयोर्बलयो रथं निवेश्य ।
स्थितवति परसैनिकायुरक्ष्णा हृतवति
पार्थ सखे रतिर्ममास्तु ।।४।।
व्यवहित पृथनामुखं निरीक्ष्य
स्वजनवधाद्विमुखस्य दोषबुद्धया ।
कुमतिमहरदात्मविद्यया यश्चरणरतिः
परमस्य तस्य मेऽस्तु || ५ ||
स्वनिगममपहाय मत्प्रतिज्ञा
मृतमधिकर्तुमवप्लुतो रथस्थ: ।
धृतरथचरणोऽभ्ययाच्चलत्गुः हरिरिव
हन्तुमिभं गतोत्तरीयः ।।६।।
विजयरथकुटुम्ब आत्ततोत्रे धृतहयरश्मिनि
तच्छ्रियेक्षणीये ।
शितविशिखहतोविशीर्णदंश: क्षतजपरिप्लुत
आततायिनो मे ।
प्रसभमभिससार मद्वधार्थं स भवतु मे
भगवान् गतिर्मुकुन्दः।।७।।
भगवति रतिरस्तु मे मुमूर्षो: यमिह
निरीक्ष्य हता: गताः सरूपम् ।।८।।
ललित गति विलास वल्गुहास प्रणय
निरीक्षण कल्पितोरुमानाः ।
तमनु तवत्य उन्मदान्धा: प्रं तिमगन्
किल यस्य गोपवध्वः ।।९।।
मुनिगणनृपवर्यसंकुलेऽन्तः सदसि
युधिष्ठिरराजसूय एषाम् ।
एषाम्अर्हणमुपपेद ईक्षणीयो मम अक्षि
गोचर एष आविरात्मा ।।१०।।
तमिमहमजं शरीरभाजां हृदि
धिष्टितमात्मकल्पितानाम् ।
शमिव नैकधाऽर्कमेकं समधिगतोऽस्मि
विधूतभेदमोहः ||११||
श्री सूत उवाच
कृष्ण एवं भगवति
मनोवाग्दृष्टिवृत्तिभिः ।
आत्मन्यात्मानमावेश्य सोऽन्तः
श्वासमुपारमत् ।।
{ 40 }
इतना तो करना स्वमी
इतना तो करना स्वमी जब प्राण तन से
निकले,
गोविन्द नाम लेकर प्राण तन से निकले ।
श्री गंगा जी का तट हो, यमुना का वंशी वट हो
मेरा सांवरा निकट हो - जब...
श्री वृन्दावन स्थल हो, मेरे मुख में तुलसी दल हो,
विष्णु चरण का जल हो - जब...
सन्मुख सांवरा खड़ा हो, वंशी का स्वर भरा हो
तिरछा चरण धरा हो - जब....
मेरे प्राण निकले सुख से, प्रभु का नाम निकले मुख से,
बच जाऊ घोर दुख से जब...
उस वक्त जल्दी आना, नही श्याम भूल जाना,
राधे को संग में लाना- जब ....
यह नेक सी अरज है मानों तो क्या हरज है,
कुछ आपका फरज है - जब ....
{ 41 }
क्या भरोसा है इस जिंदगी का
क्या भरोसा है इस जिंदगी का, साथ देती नही ये किसी का
स्वांस रूक जाएगी चलते-चलते, शमां बुझ जाएगी जलते जलते,
दम निकल जायेगा रोशनी का । साथ..
दुनिया है तो हकीकत पुरानी, चलते रहना है उसकी रवानी,
फर्ज पूरा करो बदंगी का। साथ.....
हम रहें न मोहब्बत रहेगी, दासतां अपनी दुनिया कहेगी,
नाम रह जाएगा आदमी का । साथ....
{ 42 }
पल दो पल में क्या
पल दो पल में क्या हो जाये मानव तेरे
शरीर का
कुछ पता नही तकदीर का
हरिशचन्द्र से राजादानी, सत पै बिकगये तीनो प्राणी
घड़ा उठाते सवने देखा, गंगा जी के नीर का
कुछ पता नही तकदीर का...
मोरध्वज से राजा ग्यानी, सुत को चीरें दोनो प्राणी
आरा चलाते सवने देखा, अपने जिगर की पीर का
कुछ पता नही तकदीर का...
राजा दसरथ के चार पुत्र भये, राम लखन सिया वन को गये
वन को जाते सवने देखा वल्कल भेषरघुवीर का
कुछ पता नही तकदीर का...
{ 43 }
दुनिया दर्शन का है मेला
दुनिया दर्शन का है मेला, चित दे समझे कोई अलवेला
अपनी करनी पार उतरनी, गुरू हो या चेला । दुनिया.....
कंकण चुन चुन महल बनाया, लोग कहै घर मेरा
ना घर मेरा ना घर तेरा चिड़िया रैन
बसेरा | दुनिया...
महल बनाया किला चिनाया, खेलन को सब खेला
चलने की जब वेला आयी सब तज चला अकेला ।
दुनिया...
न कुछ लेकर आया बन्दे न कुछ है यहाँ
तेरा
कहत कबीर सुनो भाई साधू संग ना जाये
अंघेला । दुनिया......
krishna bhajan in hindi
कृष्ण भजन हिंदी में लिखितकृष्ण भजन डायरी
राधा-कृष्ण के भजन लिखे हुए
कृष्ण भजन mp3
अच्छे अच्छे भजन
राधा कृष्ण, के न्यू भजन
पुराने भजन
{ 44 }
बूटी हरी के नाम की
बूटी हरी के नाम की सवको पिला के पी
पीने की है तमन्ना तो खुदको मिटा के पी
ब्रह्मा ने चारो वेद की, पुस्तक बना के पी
शंकर ने अपने शीश पै गंगा चढाकर पी
बृज गोपीयो ने कृष्ण को माखन खिला के
पी
सवरी ने झूठे वेर अपने प्रभु को खिला
के पी
पृथ्वी का भार शेष ने शिर पर उठा के पी
वाली ने चोट वाण की सीने पै खाके पी
अर्जुन ने ज्ञान गीता का अमृत वना के
पी
बजरंग वली ने रावण की लंका जला के पी
{ 45 }
न जाने कौन से गुण पर
न जाने कौन से गुण पर दयानिधि रीझ जाते
है
यही हरी भक्त कहते है, यही सद् ग्रन्थ गाते है।
नही स्वीकार करते है निमत्रंण नृप सुयोधन का
विदुर के घर पहुच कर भोग छिलको का लगाते है
ना आये मधुपुरी से गोपियो की, दुख व्यथा सुनकर,
द्रोपदी के बुलाने पर, द्वारिका से दौडे आते है
ना रोये वन गमन सुनकर, पिता की वेदनाओं पर
लिटाकर गीध को निज गोद में आंसू बहाते है
कठिता से चरण धोकर मिले जो विन्दु विधि
हरि को
वो चरणोदक स्वयं जाकर केवट के घर
लुटाते है
{ 46 }
आज हरी आये विदुर
आज हरी आये विदुर घर पाहुना
विदुर घर पाहुना विदुरानी घरी पाहुना
विदुर नही घर थी विदुररानी, आवत देखे सारंगपानी
दै आसान वैठावना। आज हरी...
केला बहुत प्रेम से लायी गिरी गिरी सव
देत गिराई,
छिलका देत श्याम मुख माही
लागे बहुत सुहावना । आज हरी...
इतने में ही विदुर जी आये, खारे खोटे वचन सुनाये
कहां गवायी तूनें भावना। आज हरी...
केला लीन विदुर कर मांही, गिरी देत गिरधर मुख माही
वो स्वाद नही आवणा । आज हरी ...
वासी कूसी रूखी सूखे हम तो विदुर जी
प्रेम के भूखे
भक्तन मान बढावना । आज हरी...
{ 47 }
सबसे ऊँची प्रेम सगाई
सबसे ऊँची प्रेम सगाई
दुर्योधन की मेवा त्यागी साग विदुर घर
खाई
जूठे फल सवरी के खाये बहु विधि करत
बढाई
राजसूयज्ञ युधिष्ठर कीन्हा, तामे झूठ उठाई
प्रेम के वस अर्जुन रथ हांकौ भूल गयो
ठकुराई
ऐसी प्रीत बढ़ी वृन्दावन गोपियन नाच
नचाई
प्रेम के वश नृप सेवा कीन्ही आप वने
हरि नाई
सूर क्रूर या लायक नाही, कहा लग करौ बडाई
{ 48 }
लागी लगन मत तोड़ना
लागी लगन मत तोडना प्रभु जी मोरी लागी
लगन मत तोडना
खेती बुबाई मेने तेरे नाम की, मेरे भरोषे मत छोडना
हरी जी मोरी..
जल है गहरा नाव पुरानी बीच भवर मत
छोडना
हरी जी मोरी ...
तू ही मेरा सेठ है तू ही साहूकार है, व्याज पे व्याज मत जोड़ना
हरी जी मोरी ....
दासी की विनती सुनलीजौ, हाथ पकड मत छोडना
हरी जी मोरी.........
{ 49 }
मैने बाँध लिया प्रेम वाला कँगना
आओ आओ हरी आओ मोरे अँगना
मेरा मन पापी ये पाप करना छोड़ दे
दुनिया से नाता तोड़ तेरे संग जोड़ दे
यही मांग मेरी और कोई माँग ना
मेरा मन प्रभु पावन तू करदे
मेरा तेरा नाता जुड़े ऐसा मुझे वर दे
तेरे रंग ऊपर चढे कोई रंगना
ऐ मेरे श्याम प्रभु तेरा गुण गाऊँ
तेरा गुण गाउ प्रभु तुमको रिझाऊँ
तेरे सिवाप्रभु मेरे कोई संगना
krishna bhajan in hindi
कृष्ण भजन हिंदी में लिखितकृष्ण भजन डायरी
राधा-कृष्ण के भजन लिखे हुए
कृष्ण भजन mp3
अच्छे अच्छे भजन
राधा कृष्ण, के न्यू भजन
पुराने भजन
{ 50 }
तुलसी मगन भये
तुलसी मगन भये हरी गुण गायकै
कोई खावे लड्डू पेडा बर्फी महायके,
साधु खामें रूखा सूखा, हरी का भोग लगायके । तुलसी...
कोई चलै, हाथी घोड़ा पालकी सजायके
साधू चलै पैया पैया, चीटीं बचायके । तुलसी...
कोई ओढै साल दुसाला रेसमी मगायके
साधु ओढै कमली काली, धूनी रमायके ! तुलसी...
एक टिप्पणी भेजें
आपको यह जानकारी कैसी लगी हमें जरूर बताएं ? आपकी टिप्पणियों से हमें प्रोत्साहन मिलता है |